Kishan Aandolan: केन्द्र सरकार के साथ बातचीत को लेकर राकेश टिकैत का बड़ा ऐलान, पढ़ें

Kishan Aandolan, नई दिल्ली | तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को करीब 10 महीने होने को है. पिछले लंबे समय से किसान नेताओं और केन्द्र सरकार के बीच बातचीत भी नहीं हुई है. इसी बीच भाकियू के शीर्ष नेताओं में शुमार राकेश टिकैत ने सोनीपत के सिघूं बार्डर पर एक सकारात्मक पहल करते हुए बड़ा बयान दिया है.

RAKESH TIKET

बार्डर पर आयोजित एक सभा को संबोधित करने पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा है कि बातचीत केन्द्र सरकार को शुरू करनी है और वें इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार बातचीत का न्यौता देती है तो संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जरुर आएंगे लेकिन बातचीत की पहल तो सरकार ही शुरू करेंगी.

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अमेरिका में बसे भारतीयों से किसान आंदोलन का मुद्दा उठाने की अपील

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 27 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का ऐलान किया हुआ है. इसके बाद किसान नेता देशभर में मीटिंग्स करेंगे और लोगों को आंदोलन से जुड़ने के लिए आह्वान करेंगे. सभा को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि वें अमेरिका में बसे भारतीयों से भी अपील करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान उनके समक्ष किसान आंदोलन का मुद्दा जरुर उठाएं. उन्होंने इस संबंध में वहां बसे भारतीयों से ट्वीट कर अपील की है.

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कृषि कानूनों की खामियां करेंगे उजागर

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज की इस विशाल जनसभा में किसानों को समर्थन देने देशभर से साधु-संत और बुद्धि जीवी लोग पहुंचे हैं. कई दिनों से सरकार से बातचीत का दौर भी बंद हैं और यहां यें सभी तीनों कृषि कानूनों की खामियों को उजागर करने पहुंचे हैं. देश की जनता किसानों के संघर्ष को देख रही है.

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बार्डर खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा जो निर्णय लेगा वो सभी के लिए मान्य होगा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर स्थानीय लोग भी कई बार पंचायत कर चुके हैं. बीच में दोनों पक्षों के बीच समझौते की बात भी आई थी लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया. उन्होंने अपने भाषण में फिर से केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाएं और एमएसपी पर कानून बनाया जाएं.

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