चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विवादित बयान की वायरल वीडियो से हरियाणा में बवाल मचा हुआ है. सीएम के बयान से खफा एक वकील उनके खिलाफ कोर्ट पहुंच गया. वकील ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में ई-मेल भेजकर बताया कि मुख्यमंत्री का भाषण भड़काऊ और असंवैधानिक है. इसलिए उनके खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जाएं.साथ ही उन्होंने डीजीपी से भी केस दर्ज करने की मांग की है.
चंडीगढ़ में वकालत करने वाले अधिवक्ता संदीप गोयत ने बताया कि 3 अक्टूबर,2021 को सीएम मनोहर लाल ने अपने निवास स्थान पर एक मीटिंग के दौरान एक बयान दिया था जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में मनोहर लाल कह रहे हैं कि 500 से 1000 आदमियों का ग्रुप बना लो और लठ्ठ से आंदोलनकारियों को जैसे का तैसा वाला जवाब देने का समय आ गया है.
अधिवक्ता संदीप गोयत ने बताया कि सीएम का यह बयान राज्य की शांति और किसानों के शांतिपूर्ण विरोध के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकता है. मुख्यमंत्री अपने भाषण के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के कैडर को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं कि किसानों के खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल करें.
किसानों की छवि खराब करने का इरादा
उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के इस बयान से हिंसा भड़क सकती है जिससे आंदोलन की दिशा बदल सकती है. एक मुख्यमंत्री का संवैधानिक कर्तव्य बनता है कि वो संविधान का पालन करें. ऐसा करने की बजाय वें ऐसे भड़काऊ शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं जो पूरी तरह से असंवैधानिक है.
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