डीएपी खाद की किल्लत को दूर करेंगी केन्द्र सरकार, तीन दिन में हरियाणा को मिलेगी 9100 टन खाद

चंडीगढ़ । डीएपी खाद की किल्लत को लेकर भटक रहे किसानों के लिए केन्द्र सरकार की तरफ से राहत भरी खबर आई है. अगेती सरसों की बिजाई करने वाले किसानों ने खाद न मिलने पर कई जगहों पर हंगामा भी खड़ा किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया. ऐसे में हरियाणा सरकार के अनुरोध पर केन्द्र सरकार ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं और आगामी तीन दिनों में 9100 टन खाद उपलब्ध कराने का फैसला लिया है.

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बता दें कि हरियाणा में डीएपी खाद की किल्लत को लेकर अगेती फसल की बुआई करने वाले किसान परेशान नजर आ रहे थे और कई जगहों से खाद की कालाबाजारी करने की भी खबरें सामने आ रही थी. हालांकि प्रदेश सरकार लगातार दावे कर रही है कि खाद की कोई कमी नहीं है लेकिन धरातल पर यह बात सच्चाई से कोसों दूर है. अब हरियाणा सरकार के अनुरोध पर अगले तीन दिन में डीएपी खाद की तीन विशेष रेलगाड़ियां भेजने को केन्द्र सरकार ने हरी झंडी दिखाई है. बृहस्पतिवार को हिसार के सातरोड़ में 3900 टन तथा रेवाड़ी के खोरी में 2600 टन खाद से भरें दो रैक पहुंच जाएंगे.

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इसके अलावा रविवार तक झज्जर में विशेष रेलगाड़ी द्वारा 2600 टन खाद की आपूर्ति करवाई जाएगी. इस हिसाब से देखा जाए तो तीन दिनों में प्रदेश के किसानों को 9100 टन खाद और उपलब्ध हों जाएंगी. हरियाणा सरकार के इस कदम से निश्चित तौर पर किसानों को राहत पहुंचने की उम्मीद है और अगेती सरसों व गेहूं की बिजाई करने वाले किसानों को खाद के लिए दूसरे जिलों में नहीं भटकना पड़ेगा.

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कल तक हिसार व रेवाड़ी पहुंचेंगे दो रैक

सूबे के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है. विपक्ष लगातार भ्रम फैलाकर किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है. प्रदेश सरकार ने 31 अक्टूबर तक खाद के 16 रैक और मांगे हुए हैं जिस पर केन्द्र सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया है. इसके साथ ही सभी जिला उपायुक्तो को कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं.

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इसके अलावा दक्षिण हरियाणा के जिन जिलों में सरसों की अगेती बुआई के लिए डीएपी खाद की अधिक मात्रा में जरुरत है, वहां तुरंत प्रभाव से नजदीकी जिलों से खाद की सप्लाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार हर संभव किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत हैं.

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