चंडीगढ़ | 14 नवंबर से विवाह के शुभ मुहूर्त होंगे चालू. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि हर्षण योग के साथ शुभ मुहूर्त है. 13 दिसंबर तक विवाह के 9 दिन रहेंगे. इस बार देवउठनी एकादशी दो दिन 14 व 15 नवंबर को मनाई जाएगी 14 नवंबर को अबूझ मुहूर्त के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि में हर्षण योग है. पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र भी है, इस दिन बिना मुहूर्त के विवाह हो सकेंगे क्योंकि पूरा दिन ही शुभ है.
जानिए शुभ मुहूर्त के बारे में धर्मशास्त्रों के अनुसार
धर्म शास्त्र के अनुसार भगवान विष्णु 4 महीने बाद योग निद्रा से जागेंगे इसलिए इस दिन को शुभ कार्यों की शुरुआत का दिन माना जाता है. पंचांग के अनुसार 2021 में देव प्रबोधिनी एकादशी के बाद नवंबर माह में 5 और दिसंबर में 4 दिन यानी कुल 9 दिन ही विवाह के शुभ मुहूर्त है. इसलिए हिंदू विवाह प्रणाली के अंतर्गत शुभ मुहूर्त निकलवा कर विवाह करने की प्रणाली है.
जानिए किस किस तिथि का है शुभ मुहूर्त
· 20 नवंबर शनिवार
· 21 नवंबर रविवार
· 28 नवंबर रविवार
· 29 नवंबर सोमवार
· 30 नवंबर मंगलवार
· 1 दिसंबर बुधवार
· 7 दिसंबर मंगलवार
· 11 दिसंबर शनिवार
· 13 दिसंबर सोमवार
15 दिसंबर से 14 जनवरी 2022 तक 10 मार्च की वजह से विवाह के मुहूर्त नहीं है जनवरी में फरवरी में विवाह के मुहूर्त इस प्रकार रहेंगे.
जनवरी: 22, 23, 24, 25, 26, 30 जनवरी
फरवरी: 5, 6, 9, 10, 18, 19 फरवरी
22 फरवरी से 23 मार्च तक तारा अस्त रहेगा इसलिए इस दौरान विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं है.
सभी मैरिज गार्डन में होटल हो चुके पहले ही बुक
आपको बता दें कि पिछले वर्ष कोरोनावायरस के चलते शादियां नहीं हो पाई थी. जो शादी या कोई भी थी तो उनके आयोजन नहीं हो पाए थे कई लोगों ने घर पर छोटे आयोजन किए. इस बार विवाह के मुर्दों को ध्यान में रखकर लोगों ने पहले से ही मैरिज गार्डन में होटल की प्री बुकिंग कर दी है. शुभ मुहूर्त की जितनी भी तिथियां है उनके लिए ज्यादातर होटल पहले से ही बुक हो चुके हैं. नवंबर में प्रशासन की गाइडलाइन आने के बाद पता चलेगा कि शादी में कितने अतिथि शामिल हो सकेंगे और किन नियमों का पालन करना होगा.
25 साल बाद ऐसा होगा जो 1 महीने में तीन एकादशी
पंडित देव प्रसाद विष्णु ने बताया कि नवंबर माह एकादशी से ही प्रारंभ हो रहा है और एक आदि से ही समाप्त हो रहा है करीब 25 से 30 साल में ऐसा योग आता है जब 1 महीने में तीन एकादशी होती है. एक नंबर को रमा एकादशी दोपहर 01. 21 बजे तक है. इस दिन व्रत और दान की एकादशी मनाई जाएगी. 14 तथा 15 नवंबर 2 दिन देवोत्थान एकादशी है. मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी 30 नवंबर को है यह उत्पन्ना एकादशी है.
इस बार 14 व 15 को 2 दिन मनाई जाएगी प्रबोधिनी एकादशी स्मारक मतानुसार 14 नवंबर को एकादशी है वैष्णव मतानुसार सूर्योदय काली ने कहा कि 15 नवंबर सोमवार को है. 14 नवंबर को एकादशी सुबह 5. 48 बजे चालू होगी 15 नवंबर को सुबह 6:39 बजे तक एकादशी है. उसके बाद द्वादशी प्रारंभ हो जाएगी.
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