चंडीगढ़ | आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि भारत के लोगों की कोरोना की दूसरी वैक्सीन लगाने को लेकर रुचि घटती नजर आ रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार की ओर से डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की जा रही है. भारत सरकार की ओर से कोरोना टीकाकरण को लेकर खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में 2 नवंबर से हर घर दस्तक वैक्सीनेशन महा अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत 18 साल से ऊपर के जो लोग वैक्सीनेशन से रह गए हैं या जिन्होंने दूसरी खुराक नहीं लगाई है उन्हें घर पर ही वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन की दूसरी डोज लेने में लोगों की घटती दिलचस्पी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है.
दूसरी डोज न लगाने वाले होंगे चिन्हित
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस महाभियान के बारे में बताया था कि राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ विस्तार से चर्चा हुई. आने वाले दिनों में हम हर घर दस्तक महाअभियान शुरू करेंगे. अगले 1 महीने तक घर-घर जाकर ऐसे 12 करोड़ लोगों को चिह्नित किया जाएगा जिन्होंने दूसरी डोज़ नहीं लगवाई, उन्हें वैक्सीन लगाई जाएगी. देश में 48 ज़िलों को चिह्नित किया गया है जहां पहली डोज़ 50% से कम लोगों को लगाई गई है. वहां विशेष अभियान के तहत वैक्सीनेशन किया जाएगा. इस पर विस्तार से चर्चा हुई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को दिए निर्देश
2 नवंबर से शुरू होने वाले इस टीकाकरण अभियान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर उनसे उन लाभार्थियों को दूसरी खुराक लगवाने को प्राथमिकता देने को कहा है जिन्होंने निर्धारित अंतराल समाप्त होने के बाद भी दूसरी खुराक नहीं ली है.
मनसुख मंडाविया ने बैठक के दौरान कोविड टीकाकरण, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन और आपातकालीन कोविड-19 प्रतिक्रिया पैकेज पर चर्चा की. उन्होंने कहा, कोई भी जिला पूर्ण टीकाकरण के बिना नहीं होना चाहिए. वैक्सीनेशन को लेकर खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में पूर्ण टीकाकरण की दिशा में डोर-टू-डोर टीकाकरण के लिए अगले एक महीने में “हर घर दस्तक” टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा.
पानीपत में दूसरी डोज लगाने पर दिया जाएगा जोर
वैक्सीनेशन के जिला नोडल अधिकारी डा. मनीष पासी ने बताया कि जिला पानीपत की जनसंख्या 13.73 लाख है. इनमें से 9.73 लाख को कोरोना रोधी टीका लगना है. 16 जनवरी को कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. अब तक 8.30 लाख 944 ने पहली डोज लगवाई है. इनमें से 2.72 लाख 80 लाभार्थी ही दूसरी डोज लगवा सके हैं. अक्टूबर में वैक्सीनेशन के प्रति लाभार्थियों का रुझान एकाएक घटा है. हरियाणा में दो नवंबर से डोर-टू-डोर अभियान को लेकर सीएचसी स्तर पर टीमें गठित की जाएंगी. जिसका शेड्यूल जल्द ही जारी किया जाएगा.
लोग नहीं ले रहे वैक्सीन की दूसरी डोज
सरकारी आंकड़ों की माने तो कोविड-19 टीके की पहली खुराक ले चुके 11 करोड़ से अधिक लोगों ने दो खुराकों के बीच निर्धारित अंतराल समाप्त होने के बाद भी दूसरी खुराक नहीं लगवाई है. आंकड़े बताते हैं कि छह सप्ताह से अधिक समय से 3.92 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने दूसरी खुराक नहीं ली है. इसी तरह करीब 1.57 करोड़ लोगों ने चार से छह सप्ताह देरी से और 1.5 करोड़ से अधिक ने दो से चार सप्ताह देरी से कोविशील्ड या कोवैक्सिन की अपनी दूसरी खुराक नहीं ली है.
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