जींद । दिवाली पर्व पर जमकर हुई आतिशबाजी और पराली जलने से उठें धुएं ने हरियाणा प्रदेश की आबो-हवा में प्रदुषण का जहर घोल दिया है. जींद शहर को देश के सबसे प्रदुषित शहर का दर्जा मिला है तो वहीं हिसार का प्रदुषण स्तर दिल्ली के प्रदुषण स्तर की बराबरी कर रहा है. हरियाणा के 5 जिलों में प्रदुषण सूचकांक 400 से उपर दर्ज किया गया है तो 12 जिलों में AQI 300 से उपर है जोकि गंभीर स्थिति की श्रेणी में आता है.
हरियाणा के पाच जिलों में जींद पहले नंबर पर तो इसके बाद हिसार, बल्लभगढ़, गुरुग्राम और पानीपत हैं. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जींद, हिसार और गुरुग्राम शहर की गिनती देश के सबसे प्रदुषित शहरों में हों रही है.
हवा में मौजूद हानिकारक गैसें अस्थमा और दमा जैसी बीमारियों को न्योता दे रही है. प्रदुषण की वजह से लोगों को आंखों में जलन महसूस हो रही है. सबसे ख़तरनाक श्रेणी में शामिल ओजोन गैस का स्तर हिसार में 78% तक पहुंच गया है. दिवाली पर हुई आतिशबाजी,पराली जलाने के मामले , वाहनों, फैक्ट्रियों, थर्मल से निकलने वाला धुआं हवा को जहरीली बना रहा है. हवा में नमी के कारण धुएं के साथ मिलकर कोहरा छा रहा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रदूषित हवा भारी होती है क्योंकि इसमें प्रदूषण के कण मिले होते हैं और यह जब पृथ्वी की से आसमान की ओर जाती है और अगर हवा का दबाव ज्यादा हो तो प्रदूषित हवा के भारी होने की वजह से यह पृथ्वी की सतह पर फैल जाती है और इससे कोहरा छाया रहता है.जब तक बारिश नहीं होती ,तब तक प्रदुषण का ठहराव एक ही जगह पर बना रहता है. इसके चलते वायुमंडल में ऑक्सीजन स्तर कम हो जाता है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है.
हरियाणा के सबसे प्रदुषित शहर
- जींद– 463
- हिसार– 428
- बल्लभगढ़– 426
- गुरुग्राम– 419
- पानीपत– 405
AQI का मानक
- 0-50- अच्छा
- 51-100- संतोषजनक
- 101-200- सामान्य
- 201- 300- खराब
- 301- 400- बहुत खराब
- 401- 500- गंभीर