HCS पर विजिलेंस की जांच शुरू, HTET तथा आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर भर्ती भी संदेह के घेरे में

चंडीगढ़ । आप सभी जानते हैं कि 12 सितंबर को एचसीएस की परीक्षा ली गई थी. कुल 156 पदों के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी. प्री परीक्षा में मेरिट लिस्ट 67. 7अंकों तक गई थी, लेकिन सूची में परीक्षा में टॉपर है 75% तक अंक वाले परीक्षार्थियों के भी रोल नंबर लिखे गए हैं. विजिलेंस टीम की तरफ से अभी है जांच की जा रही है कि इन परीक्षार्थियों को गिरोह ने पैसे लेकर टॉपर बनाया था या फिर इन परीक्षार्थियों ने अंक अपनी मेहनत से प्राप्त किए थे.

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विजिलेंस टीम परीक्षार्थियों से पूछताछ भी कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनसे भी पैसे लिए गए थे या नहीं. आप सभी जानते हैं कि अभी सामने आया कि अश्विनी शर्मा और नवीन पास अभ्यर्थियों को भी फेल होने का डर दिखा कर फोन करते थे. इसके अतिरिक्त नागर और अश्विनी शर्मा के बीच व्हाट्सएप पर हुई चैटिंग को भी खंगाला जा रहा है इससे कई खुलासे होने के भी आसार हैं. विजय लाल सदी एसपी शरीफ सिंह ने बताया कि नागर के पास से 24 रोल नंबर मिले हैं. उन परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट की भी जांच की जा रही है.

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एचपीएससी के अध्यक्ष आलोक वर्मा ने कहा कि डेंटल सर्जन और एचसीएस प्री परीक्षा को रद्द करने का अभी कोई फैसला नहीं किया गया है. विजिलेंस की कार्यवाही पूरा होने के बाद ही ऐसा कुछ फैसला लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि विजिलेंस की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है इसीलिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा.

आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर भर्ती औरHTET परीक्षा भी जांच के घेरे में 

एचसीएस की तरह ही एचएसएससी की ओर से की गई आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर्स की भर्ती तथा एचटेट की परीक्षा में भी गड़बड़ी के आरोप लगाए गए हैं. कुछ युवाओं ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को इसके कागजात भी भेजे हैं. आरोप है कि 60-70 व्यक्तियों की जगह दूसरे युवाओं ने परीक्षा दी जिनमें से 34-35 का चयन भी हो गया है. जिन युवाओं को इस तरह चयन हुआ है उसमें 15 हिसार जिले के हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सामान्य वर्ग के लिए 50 व एससी बीसी के लिए 45 अंक पास के लिए माने जाएंगे. अब यह आरोप लगाया गया है कि सामान्य वर्ग से 45 अंक तक के अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया. तेजेंद्र नाम के अभ्यर्थी ने कोर्ट में केस भी किया है. उसका कहना है कि पीपली के एक परीक्षा केंद्र पर बाकी सेंटर से अलग आसान पेपर दिया गया था. एचएसएससी चेयरमैन भोपाल सिंह खत्री ने कहा कि यदि कोई शिकायत करेगा तो जांच भी की जाएगी.

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इसी प्रकार एचटेट की परीक्षा भी जांच के घेरे में आ गई है क्योंकि अश्विनी शर्मा भिवानी बोर्ड में सेटिंग करके ही अभ्यर्थियों को पास कराता था तथा यहीं से उसने एचपीएससी और एचएसएससी में अपनी पहुंच बनाई थी. इसी फर्जीवाड़े के चलते हुए एचटेट परीक्षा भी विजिलेंस ब्यूरो के जाँच कटघरे में आ गई है. अश्विनी शर्मा पर आरोप है कि वह पैसे लेकर एच टेट परीक्षा भी पास कराता था. जब अश्विनी नागर हरियाणा बोर्ड में सचिव पद पर नियुक्त था उस समय अश्विनी शर्मा की सचिवालय में सीधी एंट्री थी.

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विजिलेंस टीम अब इसके खिलाफ सबूत जुटा रही है कि वह एच टेट परीक्षा भी पास कराता था. इसके अलावा पेपर लीक के मामले में भी अश्विनी से पूछताछ जारी है. कार्यालय के स्टाफ ने बताया कि वह अक्सर स्टाफ को चेतावनी देता रहता था कि अगर किसी ने भी गड़बड़ की तो वह विजिलेंस टीम को बता देगा लेकिन वह स्वयं ही रंगे हाथों पकड़ा गया. विजिलेंस टीम का कहना है कि वह एचटेट एंगेल पर भी जांच कर रही है.

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