चंडीगढ़ | हरियाणा में सरकार उन सभी सक्रिय दलालों पर शिकंजा कस रही है. जो सरकारी भर्तियों में रिश्वत लेते हैं. हरियाणा लोक सेवा आयोग के उपसचिव रहे अनिल नागर से एसचीएस प्री-एग्जाम पास करवाने वालों की लिस्ट मिल चुकी है.
आपको बता दें कि हरियाणा में कुछ समय से सरकारी नौकरियों में रिश्वत लेकर नौकरी लगवाने वाले दलालों की खबर ज्यादा आ रही है. अब हरियाणा में ऐसे सक्रिय दलालों की खैर नहीं होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आदेश पर विजिलेंस और सीआईडी में भर्तियों में गोलमाल करने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ दलालों पर कड़ा शिकंजा कस दिया है.
हरियाणा लोक सेवा आयोग के उपसचिव रहे एचसीएस अधिकारी अनिल नागर से विजिलेंस की टीम ने एचसीएस का प्री एग्जाम पास करवाने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट बरामद की है इस लिस्ट में 24 उम्मीदवारों के नाम बताए जाते हैं चलता है यह है कि इस लिस्ट में शामिल कुछ उम्मीदवारों के साथ अनिल नागर और उसके सहयोगी डील हो चुकी थी और उसे अभी बातचीत करनी बाकी थी.
हरियाणा सरकार इस संदर्भ में भी जांच कर रही है कि जब से अनिल नगर लोक सेवा आयोग में उप सचिव के पद पर कार्यरत है उसके बाद कौन सी भर्तियां हुई है तथा इन की पूरी लिस्ट बनाई जा रही है यदि सरकार को जरूरी लगा तो इन सभी भर्तियों को रद्द भी किया जा सकता है अन्यथा जांच की तैयारी कब से चल रही है.
जानिए मुख्यमंत्री ने क्या कहा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि किसी भी कीमत पर भर्तियों में पारदर्शिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. भाजपा के साथ साल के कार्यालय में कई भर्ती गिरोह जो पकड़े गए हैं. उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी उनके पूर्व ओएसडी जवाहर यादव और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का भी कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई सरकार गिरोह का पर्दाफाश कर रही है अपितु पिछली सरकारों का इतिहास रहा है कि ऐसे मामलों को दबाया जाता है. यदि नौकरियां बेचने वाले पकड़ में आ जाते हैं तो यह सरकार की बड़ी कामयाबी है. इससे वास्तविक रूप से पढ़ने, लिखने और नौकरी के लिए तैयारी करने वाले विद्यार्थियों का सरकार के प्रति भरोसा बढ़ेगा.
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