नई दिल्ली । तमिलनाडु के कन्नूर में वायु सेना का एक MI-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. बता दें कि इस विमान में सवार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई. इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट कर इस मामले की पुष्टि की. लेकिन यह जानना भी आवश्यक है कि जिस MI-17 हेलीकॉप्टर में सीडीएस रावत सवार थे, उसकी क्या खासियत है.
mi-17 वी -5 मीडियम लिफ्टर विमान दुनिया के सबसे एडवांस एयरलिफ्ट विमानों में शुमार है. बता दे कि एमआई सीरीज के हेलीकॉप्टर के इससे पहले भी कई हादसे हुए हैं. दुनिया के अन्य कार्गो विमानों की तुलना में इस हेलीकॉप्टर के रिकॉर्ड बेहतरीन है. इन हेलीकॉप्टर का निर्माण कजान हेलीकॉप्टर्स ने किया है, जो रूस के कजान में रशियन हेलीकॉप्टर्स की एक सहयोगी है. बता दें कि इन हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल ट्रप्स, आर्म्स ट्रांसपोर्ट, फायर सपोर्ट, कान्वॉय सपोर्ट, पेट्रोल व सर्च एंड रेस्क्यू के लिए किया जाता है. 2008 में रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए 80 हेलीकॉप्टर का आर्डर दिया था. वहीं 2011 में इन हेलीकॉप्टर की डिलीवरी शुरू हुई और फाइनल यूनिट 2018 में दी गई.
कैसा है इंजन और परफॉर्मेंस
- mi-17 वी 5 हेलीकॉप्टर में kilmov TV3-117VM या VK -2500 टर्बो सॉफ्ट इंजन लगा हुआ है.
- TV3-117VM अधिकतम 2100 हॉर्स पावर जनरेट कर सकता है. इसकी स्पीड 250 किलोमीटर प्रति घंटा और 580 किलोमीटर रेंज है.
- दो फ्यूल टैंक लगाने के बाद इसे 1065 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है.
- इस हेलीकॉप्टर का केबिन काफी बड़ा होता है जिसमें यात्रियों के लिए दरवाजे और पीछे सेना व कार्गो के लिए एक रैंप भी होता है.
- यह हेलीकॉप्टर 13000 किलो का भार लेकर उड़ सकता है.
- इसमें विभिन्न स्थितियों जैसे उष्णकटिबंधीय और समुद्री जलवायु, साथ ही रेगिस्तान में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
- यह विमान नाइट विजन, ऑनबोर्ड वेदर रडार, ऑटो पायलट सिस्टम से लैस है. इसका प्रयोग केवल ट्रांसपोर्ट के लिए ही नहीं, बल्कि हथियारों और सैनिकों को पहुंचाने में भी किया जा सकता है.
- इसमें Shturm -V मिसाइल, एस -8 राकेट्स, 23 एमएम मशीन गन, पीकेटी मशीन गन, सब मशीन गन भी लगाई जा सकती है. साथ ही इसमें गनर के लिए मशीन गन पोजीशन भी है.