पलवल के गर्ल्स कॉलेज में शिक्षकों का है अभाव, स्टूडेंट्स की पढ़ाई का होता है नुकसान

पलवल | हरियाणा के पलवल में गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में अक्सर ऐसा होता है जब किसी शिक्षक की तबीयत खराब होती है तो कॉलेज के विद्यार्थियों की छुट्टी हो जाती है. इसका प्रमुख कारण इस कॉलेज में टीचर की कमी होना है.  आपको बता दें कि गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज का उद्घाटन 2018 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया था.  इस कॉलेज में विद्यार्थियों को शिक्षकों के अभाव का सामना करना पड़ता है. इस कॉलेज में अधिकतर विषयों के परमानेंट अध्यापक नहीं है.  जिसके कारण अक्सर ऐसा होता है कि कोई प्रोफेसर छुट्टी पर होता है तो उस सब्जेक्ट के विद्यार्थियों की क्लास नहीं लग पाती है.

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जानिए विस्तार से

हरियाणा के पलवल में गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज का उद्घाटन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 2018 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत किया था. लेकिन इस कॉलेज में परमानेंट टीचर अधिकतर सब्जेक्ट के ना होने के कारण ज्यादातर समय बच्चों की कक्षा के समय का नुकसान होता है.  पिछले महीने ही इस महाविद्यालय के एक प्रोफेसर सुनील कुमार डेंगू से बीमार हो गए थे जिसके कारण एक हफ्ते तक कॉलेज बंद रहा था. जिसका कारण यह था कि सुनील कुमार इतिहास विषय के एकमात्र प्रोफेसर इस कॉलेज में थे.

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जानिए इस कॉलेज के अध्यापकों का क्या कहना है

सुनील कुमार जो कि इस कॉलेज में इतिहास विषय के अध्यापक है उन्होंने बताया कि मैं कई बार पत्र लिखकर यह मांग कर चुके हैं कि कॉलेज में परमानेंट टीचर नियुक्त किए जाएं. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले हिंदी विषय के लिए एक टीचर नियुक्त किए गए हैं. अब 303 विद्यार्थियों के लिए इस कॉलेज में दो प्रोफेसर है. लेकिन यह भी काफी नहीं है क्योंकि परमानेंट टीचरों की इस कॉलेज में जरूरत है.

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इस कॉलेज में कई बार टेंपरेरी शिक्षक आते हैं जो कुछ विषयों के लेक्चर लेते हैं किंतु इन्हें कुछ दिनों के लिए नियुक्त किया जाता हैं. यह अध्यापक केवल परीक्षा से कुछ दिन पहले नियुक्त किए जाते हैं. हरित बंसल जो कि सामाजिक एक्टिविस्ट है तथा रिसर्च स्कॉलर भी हैं उन्होंने बताया कि वे कई बार कॉलेज में फ्री में शिक्षा प्रदान करवाते हैं. उन्होंने भी एजुकेशन डिपार्टमेंट को कई बार इस संदर्भ में शिकायत भी दर्ज की है.

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