हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने कई महत्वपूर्ण विषय पर दी अहम जानकारी, पढ़िए पूरी खबर

चंडीगढ़ | हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कई प्रमुख विषय पर जानकारी साझा की है. उन्होंने स्कूलों के खुलने के संदर्भ में कहा कि प्रदेश सरकार ने 1 दिसंबर से स्कूलों को पूरी कैपेसिटी के साथ खोलने का निर्णय वापस ले लिया. इसका कारण कोरोना का नया वैरिएंट है.  वर्तमान में ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह ही चल रही है. इसी के साथ उन्होंने शीतकालीन सत्र समेत कई प्रमुख विषयों पर जरूरी जानकारी दी, नीचे पढ़िए पूरी खबर.

kanwar pal gujjar

जानिए विस्तार से

आपको बता दें कि कंवर पाल गुज्जर ने एसटीवी हरियाणा न्यूज़ के साथ विशेष बातचीत में कुछ प्रमुख जानकारी दी है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि बच्चों को टैब वितरण करने का काम तेजी से चल रहा है. जल्द ही जरूरतमंद बच्चों को ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के लिए टैब वितरित किए जाएंगे.  स्कूलों को पूरी क्षमता के साथ होने के विषय पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है.  वर्तमान में कोरोना के नए वैरीएंट को देखकर सभी स्कूलों की पहले की तरह ऑनलाइन कक्षाएं ही चलाई जा रही है.

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एचपीएससी भर्ती घोटाले को लेकर क्या बोले शिक्षा मंत्री

कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि विपक्ष का काम आरोप लगाने का है. नौकरी देने में नागर ने जो भी गड़बड़ी की है उसकी सजा सभी दोषियों को दी जाएगी.  वर्तमान में नौकरियों के चयन की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है.  उन्होंने कहा संसद के शीतकालीन सत्र में यदि विपक्ष ने इस विषय को उठाया तो उसका जवाब भी उन्हें दिया जाएगा.  उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इस घोटाले के संबंध में जो भी दोषी था.  उसे तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया है.  इसके आगे उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने की घटना जो कि पहले हुई थी. उसके भी आरोपियों को सजा दी गई है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि भी किसी भी नौकरी की परीक्षा में फर्जीवाड़े को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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पुराने पेड़ों की पेंशन योजना पर, क्या बोले कंवरपाल

कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि प्रदेश सरकार ने पुराने पेड़ों को संरक्षित करने के लिए उनके लिए पेंशन योजना प्रारंभ की है.  जिसमें 70 वर्ष से पुराने पेड़ को बुजुर्गों के समान ही साल में पेंशन दी जाएगी. इसका उद्देश्य पुराने पेड़ों को संरक्षित करने का है.  उन्होंने यह भी कहा कि जिस भी व्यक्ति को लगता है कि उनका पीड़ित पेंशन योजना में शामिल नहीं है वह जिला कार्यालय में इसकी एप्लीकेशन लगा सकते हैं कि उनका पेड़ भी इस योजना का पात्र है.  उन्होंने कहा कि अभी तक 3300 पेड़ चिन्हित कर लिए गए हैं जिन्हें पेंशन योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा.

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