रोडवेज बस ड्राइवर ने ईमानदारी की दी ऐसी मिसाल, यात्री बस में भूला लाखों रुपए, ड्राइवर ने लौटाए

चंडीगढ़ | हरियाणा के जींद में ऐसी घटना सामने आई है जिसको देखकर कहा जा सकता है कि ईमानदारी अभी जिंदा है. दरअसल जींद मैं रोडवेज बस के ड्राइवर ने जो ईमानदारी की मिसाल पेश की है. उसका पालन करके समाज में इंसानियत को सर्वोप्रिय रखा जा सकता है. एक आम आदमी अपने प्रतिदिन की कड़ी मेहनत करने के बाद अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए धन की बचत करता है. हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर ने एक बच्चों को अशिक्षित होने से बचा लिया है. यह खबर इंसानियत के नाते काफी महत्वपूर्ण है इसलिए इस खबर को पूरा जरूर पढ़िए.

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जानिए विस्तार से

आपको बता दें कि रोडवेज बस में एक यात्री अपना पैसों से भरा बैग भूल गया उस बैग में 3.42 लाख रुपए थे.  यह बैग चालक विजय  और परिचालक नरेंद्र को मिला.  उसने यात्री को यह राशि वापस लौट आते हुए ईमानदारी का परिचय दिया है. बता दें कि यह घटना रविवार की है. जींद बस स्टैंड से सुबह 5:20 बजे रोडवेज बस चंडीगढ़ के लिए निकली.  और रास्ते में नागूरां से राजेश बस में बैठ लिया और चंडीगढ़ में बस स्टैंड से पहले एक चौक पर उतर गया. नहीं यात्री गलती से अपने बैग की जगह दूसरा बैंक ले गया चंडीगढ़ बस स्टैंड पर जब सारी सवारी उतर गई तो बस में चालक विजय ने एक बैग रखा हुआ मिला. उसने यह बैंक परिचालक नरेंद्र को दिया नरेंद्र ने पैक खोलकर देखा तो उसमें काफी सारे पैसे थे.

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उप महासचिव ने बस ड्राइवर की प्रशंसा की

पैसों से भरा बैग मिलने के बाद राजेश ने बैग अपने पास संभाल कर रख लिया. ताकि जिसका बैग है उसे वापस लौटाया जा सके. तभी यात्री जब अपने बैग की तलाश में बस स्टैंड पर पहुंचा तो परिचालक नरेंद्र ने उसे बैग थमाया और तसल्ली के लिए बैग के अंदर रखे पैसे गिनवा दिए. बैग और पूरे पैसे मिलने पर राजेश ने राहत की सांस ली और परिचालक नरेंद्र का आभार जताया हरियाणा रोडवेज इंटक के राज्य महासचिव संदीप रंगा ने कहा कि चालक और परिचालक नरेंद्र ने ईमानदारी का परिचय दिया है.

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यात्री राजेश अपने बेटे की फीस जमा कराने गया था

रोडवेज बस ड्राइवर नरेंद्र ने बताया कि राजेश का बेटा चंडीगढ़ किसी शिक्षण संस्थान में पढ़ता है. उसकी फीस जमा कराने के लिए राजेश बैंक में 3.42 लाख रुपए डाल कर ले गया था. चंडीगढ़ में एक स्टोप पर उतरते समय उसने अपने बैग की बजाय किसी और का बैग उठा लिया. वह किसी छात्र का था जो परीक्षा देने के लिए जा रहा था उस बैग में राजेश को परीक्षा से संबंधित रोल नंबर बयाना कागजात भी मिले थे.

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