चंडीगढ़ । स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अनुबंध अथवा आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत या अपनी सेवाएं दे चुके स्टाफ नर्स को लेकर एक अहम फैसला सुना दिया है। जिसके तहत राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज, PHC, CHC या किसी सरकारी अस्पताल में अनुबंध पर अथवा आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत या अपनी सेवाएं दे चुके स्टाफ नर्स को नियमित भर्ती के दौरान अधिकतम 8 अंक दिए जाएंगे। अनिल विज ने यह भी बताया हरियाणा सरकार भी इस बात में अपनी मंजूरी दे चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अब ऐसे सभी कर्मचारी, जिन्होंने न्यूनतम 6 महीने तक या 1 वर्ष से कम राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, सामुदायिक चिकित्सा केंद्र या किसी सरकारी अस्पताल में अनुबंध अथवा आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत या अपनी सेवाएं दी है, उन्हें नियमित भर्ती में आधा अंक मिलेगा .
इसी प्रकार जिनका अनुभव 1 साल से अधिक है, उसे 1 अंक, 2 साल अनुभव होने पर 2 अंक, 3 साल अनुभव होने पर 3 अंक, 4 साल अनुभव होने पर 4 अंक, 5 साल अनुभव होने पर 5 अंक, 6 साल अनुभव होने पर 6 अंक, 7 साल अनुभव होने पर 7 अंक, 8 साल या अधिक वर्ष का अनुभव होने पर अधिकतम 8 अंक मिलेंगे.
इसके साथ ही अनिल विज ने राज्य के मेडिकल कॉलेज में रिक्त पड़े करीब 275 स्टाफ नर्स के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की भी बात कहीं। ये भर्तियां पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य आयुर्विज्ञान विश्विद्यालय, रोहतक द्वारा आयोजित होंगी. कोरोना की तीसरी लहर के चलते ये प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी और संभावित कोरोना की लहर से निपटने के लिए अनुभवी और पहले से कार्यरत कर्मियों के मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी जिससे स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुदृढ़ होंगी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!