नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने लगातार तीसरी बार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया. बता दे कि यह आशंका जताई जा रही थी कि कर्ज की दरों में गिरावट के कारण जमा या बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कमी की जा सकती है. कोरोनावायरस के ओमिक्रोन वैरीअंट के बढ़ते मामले और महंगाई के बीच सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को 2021-22 की चौथी तिमाही के लिए पहले जैसा ही रखा. बता दे कि यह फैसला 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और गोवा में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले लिया गया है.
जानिये PPF और NSC की ब्याज दरे
सार्वजनिक भविष्य निधि( PPF) और राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र( NSC )पर चौथी तिमाही में भी क्रमश : 7.1% और 6.8 % की वार्षिक ब्याज दर मिलती रहेगी. वित्त मंत्रालय ने बताया कि वित्त वर्ष 2021- 22 की चौथी तिमाही (1 जनवरी 2022 से शुरू होकर 31 मार्च 2022 को समाप्त होगी ) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें तीसरी तिमाही के लिए लागू वर्तमान दरों के समान ही होगी. सरकार ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए दरों को बरकरार रखा है. इस साल की शुरुआत में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्र ने ब्याज दरें घटाने का फैसला किया . वहीं वित्त मंत्रालय ने चूक का हवाला देते हुए छोटी बचत योजनाओं पर पहली तिमाही के लिए 1.1% तक की ब्याज दरों में कटौती को तुरंत रद्द कर दिया.
छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें हर तिमाही आधार पर जारी की जाती है. बता दें कि 1 वर्षीय एफडी पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान 5.5% की ब्याज दर होंगी, वहीं बालिका बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6% रहेगी. 5 साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाओं पर ब्याज दर 7.4% बरकरार रहेगी. वरिष्ठ नागरिकों की योजना पर ब्याज का भुगतान त्रैमासिक आधार पर किया जाता है. बचत जमा पर ब्याज दर 4% सालाना बनी रहेगी.
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