चंडीगढ़ । देश में बेरोजगारी दर दिसंबर महीने से बढ़कर पिछले 4 महीनों की बेरोजगारी दर से भी अधिक हो गई है. सीएमआईआई के रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने की बेरोजगारी दर 7.9 फ़ीसदी रही जो अगस्त 2021 के बेरोजगारी दर 8.3 के बाद सबसे अधिक है.2021 के मई महीने में देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 11.84 प्रतिशत थी. फिलहाल राज्य में सबसे अधिक बेरोजगारी दर हरियाणा में 34.1% है.बेरोजगारी दर में दूसरे स्थान पर राजस्थान और तीसरे स्थान पर झारखंड है.
बीच रास्ते अटकी हुई है भर्तियां
कोरोना काल के कारण लोगों की आम जिंदगी भी बहुत प्रभावित हो रही है जिसे काम धंधे बहुत कम है तथा एचपीएससी और एचएसएससी भी अपनी भर्ती प्रक्रिया पूरा नहीं कर पा रही है जिसके कारण हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन बन गया है.सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी(CMII) की जारी रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा बेरोजगारी दर में शीर्ष पर है. हरियाणा लोक सेवा आयोग ने एडीओ एसडीओ के 526 पदों पर भर्ती अधिसूचना जारी की थी जिसे कल वापस ले लिया गया है. वहीं दूसरी ओर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एक-एक करके भर्तियों को स्थगित करता जा रहा है.
आप सभी जानते ही हैं कि ग्राम सचिव, पटवारी और कैनल पटवारी की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है.साथ ही साथ फर्जीवाड़े की खबरें भी सामने आ रही है जिसके चलते कई भर्तियों को वापस लिया गया है. पिछले महीने भी वेटरनरी सर्जन के 340 पदों की भर्ती को वापस ले लिया गया था. डेंटल सर्जन और एचसीएस की प्रीमियम परीक्षा में भ्रष्टाचार देखने को मिला लेकिन अभी तक इन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है.
यह परीक्षाएं रद्द होंगी या नहीं इसके लिए विजिलेंस की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ऐसे में जो युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए बहुत संघर्ष साबित हो रहा है.इतनी मेहनत करने के बाद भी युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. वही कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खत्री का कहना है कि कोरोना के कारण कुछ भर्तियां प्रभावित हुई है लेकिन पूरी प्रक्रिया को तेजी से किया जा रहा है और मार्च तक 22 हज़ार भर्ती पूरी करने का लक्ष्य लिया गया है.
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