हरियाणा विधानसभा मॉनसून सत्र में किसी भी जिले का नाम बदलने पर लिया गया बड़ा फैसला

चंडीगढ़ | 26 अगस्त 2020 को हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र स्थगित कर दिया गया था. हरियाणा विधानसभा का यह सत्र आज दोबारा शुरू हो गया है. सदन की कार्यवाही आरंभ होने के पश्चात कुछ दिनों पहले दिवंगत हुए नेताओं व हस्तियों को श्रद्धा पूर्ण श्रद्धांजलि दी गई है. बताया जा रहा है कि आज हरियाणा विधानसभा में कई ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. हरियाणा विधानसभा में सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में किसी भी जिले का नाम नहीं बदला जाएगा.

Monsoon Session Haryana

दुष्यंत चौटाला: महेंद्रगढ़ जिले का नाम महेंद्रगढ़ ही रहेगा

सदन के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने महेंद्रगढ़ से कांग्रेसी विधायक राव दान सिंह द्वारा किये गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि प्रदेश में किसी भी जिले का नाम बदला नहीं जाएगा. उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने जनगणना के चलते यह निर्देश दिया है कि किसी भी जिले या क्षेत्र का नाम व सीमा क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई बदलाव ना किया जाए.

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नारनौल को अलग जिला बनाने की मांग

कांग्रेसी विधायक राव दान सिंह ने सदन में इस मुद्दे को इसलिए उठाया क्योंकि कुछ दिनों पहले एक खबर चर्चा में आई थी कि महेंद्रगढ़ जिले का नाम बदलकर नारनौल किया जाएगा. राव दान सिंह ने कहा कि जैसा कि हरियाणा सरकार पहले भी जिलों के नाम बदलने के कार्य कर चुकी है इसीलिए उन्होंने इस मुद्दे को उठाया है. कांग्रेसी विधायक राव दान सिंह ने सुझाव देते हुए कहा कि महेंद्रगढ़ जिले का नाम ना बदला जाए. इसके स्थान पर यदि नारनौल को एक अलग जिला बनाया जाएगा तो उन्हें अथवा जिले की जनता को कोई एतराज़ नहीं होगा.

विधायक माँ ने उपमुख्यमंत्री बेटे से किए प्रश्न

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की माताजी विधायक नैना चौटाला ने उनसे सदन में प्रश्न किया की बाढड़ा को उपमंडल का दर्जा कब दिया जाएगा. प्रश्नकाल में पूछे गए स्थानीय स्तर के प्रश्नों पर हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आप सदन में स्थानीय स्तर की समस्याएं व प्रश्न तभी उठाएं जब स्थानीय स्तर के अधिकारी उन समस्याओं का समाधान ना कर सकें. भविष्य में फिर कभी विधानसभा सत्र में विधायक अपने वार्ड से संबंधित समस्याओं के बारे में प्रश्न ना करें. विधानसभा में इस प्रकार की स्तरीय समस्याओं से जुड़े प्रश्नों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा. स्थानीय मुद्दे स्थानीय स्तर पर ही निपटाए जाएं. विधानसभा में केवल राज्य स्तरीय मुद्दे ही उठाए जाएंगे. केवल नीतिगत बात ही करें और कानूनों के बारे में चर्चा करें.

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भ्रष्टाचार में लिप्त फरीदाबाद नगर निगम के मुद्दे उठाए गए

विधानसभा स्पीकर ने विधायकों को यह नसीहत उस वक्त दी जब NIT फरीदाबाद से कांग्रेस के विधायक नीरज शर्मा ने फरीदाबाद नगर निगम के वार्ड नंबर 3 के बूस्टर में अनियमितता फैले होने पर प्रश्न उठाया. विधायक नीरज शर्मा ने सदन में बताया कि 1 दिसंबर 2019 को उन्होंने रात के वक्त लगभग 1:40 बजे इस बूस्टर का अचानक निरीक्षण किया तब उन्होंने पाया कि एक अस्थाई रूप से कार्यरत कनिष्ठ अभियंता ने निजी ठेकेदारों को वहां सामुदायिक भवन दिया हुआ है. विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को सदन में तभी उठाया है जब फरीदाबाद नगर निगम के आयुक्त, जिला उपायुक्त से लेकर शहर के स्थानीय निकाय विभाग ने इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की है.

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विधानसभा के कार्य किये निर्धारित

राज्य के 32 शहरों में 30,000 से अधिक रजिस्ट्रियां गलत है और शिशु मृत्यु दर भी बहुत अधिक बढ़ गई है. हरियाणा विधानसभा में इन मुद्दों पर विशेष ध्यान देते हुए चर्चा की जाएगी. इसके अतिरिक्त विधानसभा में पंजाब से अपने हिस्से 20 कमरे लेने हेतु संकल्प पत्र भी पेश किया जाएगा. साथ ही मकोका की तर्ज पर हरियाणा संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक पर भी गंभीर रूप से चर्चा की जाएगी.

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