हिसार । पहले क्यास लगाए जा रहे थे कि पश्चिमी विश्वोभों का असर अब देखने को नहीं मिलेगा. मगर मौसम फिर से एक बार परिवर्तनशील हो रहा है. पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर राज्य में फिर से दिखना शुरू हो गया है. उत्तरी हरियाणा में शामिल चंडीगढ़, पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल में भी धूप बदल रही है. मौसम वैज्ञानियों ने इन इलाकों में बूंदाबांदी की संभावना जताई है.
सुबह-शाम तेज हवाएं चल रही हैं, जिससे हल्की ठंड भी महसूस हो रही है. हिसार में रात का तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.जबकि फरवरी माह में अब तक का सर्वाधिक तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. अब 23 फरवरी तक उत्तर हरियाणा में बूंदाबांदी की संभावना है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ ने कहा कि 24 फरवरी तक राज्य में मौसम सामान्य रूप से परिवर्तनशील रहने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से आंशिक रूप से प्रभावित होने की संभावना है. 23 फरवरी तक राज्य के पश्चिम और दक्षिण क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे और मध्यम गति से हवा चलेगी. उत्तरी हरियाणा में कुछ स्थानों पर गरज और हल्की बारिश की भी संभावना है. इस दौरान दिन के तापमान में मामूली गिरावट और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी की भी संभावना है.
बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यरेखीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाला एक अतिरिक्त-उष्णकटिबंधीय तूफान है, जो सर्दियों में भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भागों में पहाड़ी क्षेत्रों में मैदानी इलाकों में अचानक बारिश और हिमपात लाता है.यह बारिश मानसूनी बारिश से अलग होती है. वे ईरान, इराक, अफगानिस्तान के रास्ते भारत में प्रवेश करते हैं.साथ ही हर महीने तीन से चार पश्चिमी विक्षोभ आते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बार का पश्चिमी विश्वोभ काफी खतरनाक साबित हुआ है. जिस वजह से हरियाणा और इसके साथी राज्यों के मौसम में कई बदलाव देखने को मिले हैं.
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