चंडीगढ़ । हरियाणा सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों की शिक्षा स्तर को बेहतर करने के लिए अहम कदम उठाया है. सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए हरियाणा सरकार निजी स्कूलों की मदद लेगा. इसी के साथ विद्यार्थियों को और अधिक सक्षम बनाने के लिए कई नए विषय कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए अनिवार्य बना दिए गए हैं. हरियाणा सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों के सर्वागींण विकास के लिए निजी स्कूलों के साथ एक समझौता किया जाएगा. साथ ही शिक्षण संस्थानों के रखरखाव के लिए इंजीनियरिंग विंग के निर्माण पर भी चर्चा की जा रही है.
छात्रों को मिलेगा व्यवसाय प्रशिक्षण
प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को लेकर बजट से पहले हुए बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. वही इस बैठक में प्रदेश के शिक्षा मंत्री कवंर पाल भी मौजूद थे. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति वर्ष 2025 लागू करनी है, और हरियाणा सरकार व्यक्तित्व के विकास के साथ-साथ सांस्कृतिक उत्थान को लेकर ही कार्य कर रही है.
कक्षा तीसरी से पोस्ट ग्रेजुएशन तक की शिक्षा पर विशेष बल देते हुए कार्य किया जाएगा. साथ ही सरकारी स्कूलों के सर्वागींण विकास के लिए निजी स्कूलों के साथ ज्ञापन किया जाएगा. जिससे सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा. साथ ही हरियाणा सरकार ने कक्षा पांचवी से लेकर आठवीं तक के छात्रों की बोर्ड परीक्षा नहीं लेने का निर्णय गया है. वही कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों के कौशल विकास के लिए कुछ विषयों को अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा. जिससे प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार एवं रोजगारपरक शिक्षा दी जा सके.
10वीं से 12वीं के छात्रों को मिलेगा टाइम टेबल
आगामी सत्र में कक्षा दसवीं से बारहवीं तक के छात्रों को टाइम टेबल देने का निर्णय लिया गया है. यह निर्णय छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने के लिए काफी कारगर सिद्ध होगा. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने बताया है कि स्कूल व कॉलेज स्तर पर एच्छिक कोष के निर्माण पर विचार किया जा रहा है. ताकि शैक्षणिक संस्थानों में आवश्यकता के अनुरूप कुछ समय के लिए मेन पावर को लगाया जा सके. इसके अलावा इन संस्थानों की रखरखाव के लिए इंजीनियरिंग विंग के निर्माण पर भी चर्चा की जा रही है.
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विदेशों की मांग के अनुरूप छात्रों को व्यवसाय के लिए प्रशिक्षित करने के लिए चिन्हित किया जाएगा. इसके अलावा विदेशी भाषाओं का प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराने के लिए कार्य किए जाएंगे. जिससे विदेशों में भी प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!