चंडीगढ़ । पंजाब विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी की नजर हिमाचल प्रदेश गुजरात चुनाव पर है. जहां इसी साल नवंबर में चुनाव होने है. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल का फोकस इन दोनों राज्यों पर बना हुआ है. किसी भी खबर सामने आ रही है कि हरियाणा के 15 पूर्व विधायक, मंत्री, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है. वहीं इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद रहे उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी लड़ेगी और मुझे विश्वास है कि हम हरियाणा में सरकार बनाएंगे.
सीएम केजरीवाल और भगवंत मान मिलकर संभालेंगे पार्टी प्रचार की कमान
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री भगवंत मान मिलकर गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रचार का मोर्चा संभालेंगे. यहां आम आदमी पार्टी की टक्कर सीधे तौर पर भाजपा और कांग्रेस से होगी बता दे आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में सूरत निगम चुनावों के दौरान 27 सीटों पर जीत हासिल की थी वहीं गुजरात में 6 महानगर पालिकाओं के चुनाव में भाजपा ने ही कब्जा हासिल किया था. लेकिन उसके बावजूद भी आम आदमी पार्टी के गुजरात में शानदार एंट्री को देखकर सब हैरान हो गए थे ऐसे में जिस तरह आम आदमी पार्टी ने नगरीय निकाय के चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया उम्मीद की जा रही है इससे बेहतर प्रदर्शन गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी करके दिखाइए.
2024 में हरियाणा में होंगे विधानसभा चुनाव
पंजाब में शानदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी पड़ोसी राज्य हरियाणा पर पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में नजर आ रही है बता दे हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 में होने हैं लेकिन पार्टी ने पहले ही राज्य में अपनी पकड़ बनाने की हर संभव कोशिश करना शुरू कर दिया है.
ऐसे में चाहे बात हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर पार्टी कार्यालय खोलने की हो, या फिर बूथ स्तर पर पार्टी क्रेडिट के निर्माण करने की हो, आम आदमी पार्टी हरियाण विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर पूरी तैयारी करती नजर आ रही है.
हरियाणा सरकार से नाखुश है किसान
दिल्ली पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हरियाणा में राजनीति परिवर्तन करने की तैयारी हो रही है हरियाणा का एक बड़ा हिस्सा दिल्ली और दूसरी ओर पंजाब के साथ लगता है वही किसान आंदोलन के दौरान पंजाब हरियाणा के लोगों का आपस में बेहद जुड़ा हुआ हालांकि पंजाब के चुनावी नतीजों में किसान आंदोलन का असर दिखाई नहीं दिया लेकिन दूरगामी दृष्टि से देखा जाए तो हरियाणा में विधानसभा के चुनाव 2024 में होने हैं.
प्रदेश में लंबे समय से किसानों और सरकार के बीच टकराव चल रहा है हालांकि मौजूदा सरकार किसानों को खुश करने के लिए हर संभव प्रयास करती हुई नजर आ रही है.