भिवानी । जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर यह जांच की जाएगी की क्या उन केंद्रों पर पानी की उपलब्ध व्यवस्था है या नहीं. इसी दिशा में उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल आपूर्ति की समीक्षा करते हुए बताया कि भिवानी जिले की स्थिति प्रदेश भर में छठे स्थान पर है.
प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध होना बहुत जरूरी है. आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार करने के लिए भिवानी जिले में अनेक कदम उठाए जा रहे हैं. जिले की स्थिति प्रदेश भर में छठे स्थान पर पहुंच गई है. बचे हुई आंगनवाड़ी केंद्रों में भी शीघ्र ही पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.
जाने पेयजल के लिए मीटिंग
बता दें कि यह जानकारी उपायुक्त जयवीर सिंह आर्य ने लघु सचिवालय स्थिति डीआरडीए सभागार में संबंधित विभागों के अधिकारियों के समीक्षा बैठकों को संबोधित करते हुए दी है. उन्होंने कहा कि स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी पेयजल की उचित व्यवस्था होनी चाहिए.
उन्होंने जिला एवं बाल विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी परिणीता गोस्वामी को निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसे आंगनवाड़ी केंद्रों की सूची बनाई जाए जिन में पेयजल की उपलब्ध व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी आंगनवाड़ी सैंटरो पर पेयजल उपलब्ध होना बहुत आवश्यक है. बैठक के दौरान जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता बलविंदर नैन भी मौजूद थे.
आंकड़े जुटाने शुरू किए
उन्होंने उपायुक्त श्री आर्य को बताया कि हाल फिलहाल में महिला एवं बाल विभाग द्वारा 111 आंगनवाड़ी केंद्रों की सूची बनाई गई है. इन सभी में पेयजल की उचित व्यवस्था कर दी गई है. उपायुक्त ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है.
भिवानी जिला स्कूल व आंगनवाड़ी डैशबोर्ड पर 95.50% के साथ छठे स्थान पर आ गया है. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य इसको नंबर एक स्थान पर लाने का है इसके लिए हम प्रयास करते रहेंगे. इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण भी मौजूद रहे.
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