हिसार।कहते हैं एक महिला की चुनौतियों को एक महिला ही अच्छी तरह समझ सकती है और अगर वह महिला किसी नवजात शिशु की मां है तो फिर ये चुनौतियां और बड़ा रुप ले लेती है. वह महिला जब उस बच्चे को लेकर बाहर निकलती हैं या किसी कार्य से सरकारी कार्यालय जाती है और वहां पर बच्चे को भूख लग जाती है तो सार्वजनिक स्थान होने के कारण वह उसे दूध भी नहीं पिला पाती है.
ऐसी ही चुनौतियों पर गौर फ़रमाया है, हिसार की डीसी डॉ प्रियंका सोनी ने, जो अपने अभिनव प्रयोगों से एक नई सोच को स्थापित कर रही है. उनके ये प्रयास सिस्टम और जनता के बीच की दूरी को कम कर रहे हैं. इसके साथ ही महिलाओं की ऐसी समस्याएं दूर कर रही है, जिन पर कभी सरकारी सिस्टम गौर नहीं करता है. अपने एक ऐसे ही प्रयास के जरिए हिसार की डीसी डॉ प्रियंका सोनी आजकल सुर्खियों में छाई हुई है.
हाल ही में उन्होंने लघु सचिवालय में मातृत्व कक्ष की स्थापना कर चर्चाओं में आने का सराहनीय कार्य किया है. इस मातृत्व कक्ष में महिलाएं एकांत में बैठकर अपने बच्चों को दूध पिला सकती है, उसकी नैपी बदल सकती है. यहां तक कि उसे पालने में झुलाकर नींद भी दिला सकती है, ये सब इंतजाम इस मातृत्व कक्ष में किए गए हैं. इस कक्ष की दीवारों पर पोस्टरों के जरिए जानकारी दी गई है कि कैसे एक महिला अपना और अपने बच्चे का पालन पोषण कर सकती हैं.
इस मातृत्व कक्ष में महिलाओं को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए आरामदायक सोफा लगाया गया है. बता दें कि इस तरह का प्रयोग पहली बार किसी जिलें की डीसी द्वारा किया गया है. इससे पहले भी डीसी हिसार अपने प्रयोगों को लेकर खूब सुर्खियां बटोर चुकी है. इससे पहले कैथल में डीसी रहने के दौरान भी वो एक बुजुर्ग व्यक्ति को एक दिन का डीसी बना चुकी है. फिलहाल डीसी डॉ प्रियंका सोनी के इस कदम की हर कोई खुले दिल से सराहना कर रहा है.
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