फरीदाबाद | हरियाणा में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है लेकिन फरीदाबाद नगर निगम और सात शहरी निकाय चुनावों में वोटिंग के लिए अभी और इंतजार करना होगा. फरीदाबाद नगर निगम में वार्डबंदी का काम अभी तक अधूरा पड़ा है तो अंबाला सदर नगर परिषद की वार्डबंदी में धांधली के चलते चुनाव आयोग ने नए सिरे से सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि खट्टर सरकार ने अंबाला नगर निगम को तोड़कर अंबाला शहर को नगर निगम और अंबाला सदर को नगर परिषद बनाया था. अंबाला शहर नगर निगम के चुनाव दिसंबर 2020 में हो चुके हैं. स्टेट इलेक्शन कमिश्नर धनपत सिंह ने बताया कि अंबाला सदर की वार्डबंदी को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी. यहां कुछ वार्ड ऐसे हैं जिनकी आबादी पांच हजार है, लेकिन मतदाता इससे अधिक हैं. इसी तरह कुछ वार्डों में महज तीन हजार वोट हैं तो कुछ में नौ हजार से भी अधिक, इसलिए स्थानीय निकाय विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि यहां नए सिरे से सर्वे कराया जाए ताकि इन कमियों को दुरुस्त किया जा सके.
सरकार ने की थी 50 निकायों में चुनाव की सिफारिश
स्टेट इलेक्शन कमिश्नर धनपत सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से कुल 50 निकाय के चुनावों के लिए सिफारिश भेजी गई थी. इनमें फरीदाबाद नगर निगम के चुनाव अभी देरी से होंगे. सिरसा व थानेसर नगर परिषद चुनाव को लेकर सरकार ने आयोग को अभी तक कोई सूचना ही नहीं दी है. जबकि सीवन नगर, बादली और बाढ़ड़ा नगर पालिका में मतदाता सूचियों का काम जारी है.
मानसून के बाद पंचायत चुनाव
स्टेट इलेक्शन कमिश्नर धनपत सिंह ने बताया कि जिला परिषद और ब्लाक समिति के सदस्यों व पंच-सरपंचों के चुनाव के लिए अभी मतदाता सूचियों का संशोधित करने का काम चल रहा हैं और इसमें करीब दो महीने का समय लगेगा. इसी दौरान प्रदेश में मानसून सीजन शुरू हो जाएगा. ऐसे में मानसून के बाद ही पंचायतों के चुनाव करवाए जाएंगे.
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