हिसार । B&R के सिविल और इलेक्ट्रिक विंग के अधिकारी तलाकी गेट फुट ओवर ब्रिज पर लगने वाले स्वचालित सीढ़ी के कार्य को लेकर फिर से हरकत में आ गए हैं. अब फुट ओवर ब्रिज पर स्वचालित सीढ़ी लगाने के लिए तलाकि गेट के सामने बनी धर्मशाला की भूमि की आवश्यकता नहीं होगी.
सिविल इंजीनियर के अधिकारियों ने कंपनी के इंजीनियरों के साथ मिलकर इसके डिजाइन में कुछ बदलाव किए हैं. स्वचालित सीढ़ी लगाने वाली कंपनी के अधिकारी मंगलवार को B&R के अधिकारियों के साथ तलाकी गेट फुट ओवर ब्रिज का मुआयना करेंगे. इसके पश्चात सिविल इंजीनियर विंग की देखरेख में पूरे स्ट्रक्चर को तैयार किया जाएगा.
पहले आ रही थी यह अड़चन
पहले जॉनसन कंपनी ने एस्केलेटर का स्ट्रक्चर डिजाइन बनाने के लिए मौके पर पैमाइश की तो जानकारी मिली कि जिन पिलर्स पर स्वचालित सीढ़ी को खड़ा किया जाना था, कंपनी को उसके लिए 20 बाई 3 मीटर मतलब कुल 60 वर्ग मीटर जगह की आवश्यकता थी. लेकिन उस समय यह जगह शांति देवी ट्रस्ट से लेनी थी. उसके बाद इस जमीन के संबंध में ट्रस्ट के अधिकारियों से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन योजना सफल नहीं हो पाई. इसी कारण जगह की कमी की वजह से यह प्लान पूरा नहीं हो पाया.
फुट ओवर ब्रिज पर स्वचालित सीढ़ी का फायदा
हिसार में अभी ऋषि नगर, बस अड्डा, तलाकी गेट बाजार से पैदल आने जाने वाले लोग सड़क मार्ग पर पैदल ही सड़क को पार करते हैं. लेकिन तलाकी गेट पर ट्रैफिक बहुत अधिक होता है. ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से इस क्षेत्र में दुर्घटनाएं होने का खतरा बना रहता है. जाम की भी गंभीर समस्या बन जाती है. स्वचालित सीढ़ी लगाने का मुख्य उद्देश्य भीड़ को कम करना है और लोगों को पैदल आने-जाने में सुविधा प्रदान करना है. स्वचालित सीढ़ी बनने के बाद पैदल आने जाने वाले लोग फुट ओवर ब्रिज का इस्तेमाल करेंगे और नीचे सड़क पर भीड़ नहीं होगी.
2.39 करोड़ का लिया टेंडर
जॉनसन कंपनी ने स्वचालित सीढ़ी का टेंडर लिया है. इस स्वचालित सीढ़ी का यह टेंडर 2 करोड़ 39 लाख रुपयों का है. फुट ओवर ब्रिज के बराबर 2 एस्केलेटर लगाए जाएंगे. एक बस स्टैंड के गेट की ओर से और दूसरा गुजरी महल की ओर से लगाया जाएगा. दोनों ओर से ही सिर्फ चढ़ने के लिए स्वचालित सीढ़ी लगाए जाएंगे. फुटओवर ब्रिज से नीचे आने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करना होगा. वर्तमान में नाम मात्र लोग ही फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों का इस्तेमाल करते हैं. उम्मीद है कि स्वचालित सीढ़ी लगने के पश्चात लोग फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल करना आरंभ कर देंगे.
अब फुट ओवर ब्रिज पर स्वचालित सीढ़ी लगाने के लिए ट्रस्ट से जमीन लेने की आवश्यकता नहीं होगी. सिविल इंजीनियर विंग ही इस प्रोजेक्ट के सिविल वर्क की देखरेख करेंगे और कंपनी से कार्य करवाएंगे. कार्य की शुरुआत करने से पहले एजेंसी स्टाफ मंगलवार तक कार्यक्षेत्र का मुआयना करने हेतु हिसार पधार सकते हैं –सुमेर सिंह, एसडीओ, B&R.
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