नई दिल्ली | सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा फैसला लेते हुए दलहनी व तिलहनी फसलों के एमएसपी में 300 रुपये से लेकर 523 रुपये प्रति क्विंटल की जबरदस्त वृद्धि की है. सरकार के इस फैसले से किसानों का रुझान तो फसल विविधीकरण की ओर बढ़ेगा ही साथ ही खाद्य पदार्थो का आयात घटाने में भी मदद मिलेगी. इसी के साथ धान का एमएसपी 100 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2040 रुपये कर दिया गया है.
सरकार करेगी किसानों की मदद
इस फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार ‘बीज से बाजार तक’ किसानों की मदद कर रही है. बता दें कि, सीसीईए में हुए फैसले के अनुसार सबसे अधिक वृद्धि तिल में हुई है, जिसकी कीमत 523 रुपये हो गई है. वहीं, मक्के का एमएसपी 92 रुपये बढ़ गया है.
अनुराग ठाकुर का कहना है कि – ”खरीफ सीजन की कुल 8 फसलों के समर्थन मूल्य में उनकी लागत से डेढ़ गुना की वृद्धि की गई है. वहीं, 6 फसलों में 51 से 85% की वृद्धि हुई है. जबकि दलहनी फसल तूर (अरहर) और तिलहनी फसल मूंगफली का न्यूनतम मूल्य 300 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है. कामन ग्रेड वाले धान का मूल्य 2040 रुपये कर दिया गया है जो पिछले सीजन में 1940 रुपये प्रति क्विंटल था. जबकि ए ग्रेड वाले धान का मूल्य 1960 रुपये से बढ़ाकर 2060 रुपये कर दिया गया है.
किस फसल का कितना बढ़ा एमएसपी
- अरहर 6300 रुपये से बढ़ाकर 6600 रुपये कर दिया गया है.
- मूंग 7275 रुपये से बढ़ाकर 7755 रुपये कर दिया गया है.
- उड़द 6300 रुपये से बढ़ाकर 6600 रुपये कर दिया गया है.
- कपास 5726 रुपये से बढ़ाकर 6080 रुपये कर दिया गया है.
- कपास 6025 रुपये से बढ़ाकर 6325 रुपये कर दिया गया है.
- सोयाबीन 3950 रुपये से बढ़ाकर 4300 रुपये कर दिया गया है.
- सूरजमुखी 6015 रुपये से बढ़ाकर 6400 रुपये कर दिया गया है.
- मूंगफली 5550 रुपये से बढ़ाकर 5850 रुपये कर दिया गया है.
- तिल 7307 रुपये से बढ़ाकर 7830 रुपये कर दिया गया है.
- नाइजर सीड 6930 रुपये से बढ़ाकर 7287 रुपये कर दिया गया है.
- मक्का 1870 रुपये से बढ़ाकर 1962 रुपये कर दिया गया है.
- रागी 3377 रुपये से बढ़ाकर 3578 रुपये कर दिया गया है.