चंडीगढ़ | केसर की खेती का नाम सुनते ही आप शायद जम्मू-कश्मीर के बारे में सोचने लगेंगे. इसका कारण यह है कि वहां परंपरागत रूप से इसकी खेती की जाती है. हालांकि अब स्थिति बदल चुकी है. इसकी खेती उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत कई राज्यों में शुरू हो चुकी है. कृषि में लाभ को देखते हुए शिक्षित युवाओं का रुझान इसकी ओर तेजी से बढ़ रहा है. अगर आप भी बिजनेस करना चाहते हैं तो केसर की खेती से लाखों रुपए कमा सकते हैं.
केसर इतना महंगा है कि लोग इसे लाल सोने के नाम से जानते हैं. भारत की बात करें तो फिलहाल इसकी कीमत 2.5 लाख से 3 लाख रुपये प्रति किलो है. हालांकि आपको बता दें कि केसर की खेती में कमाई मांग पर निर्भर करती है. इसकी मांग देश ही नहीं विदेशों में भी है. इसे दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक माना जाता है.
केसर की खेती के लिए मौसम
अगर आप केसर की खेती करना चाहते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसकी खेती समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर संभव है. जहां मौसम गर्म है, वहां केसर की खेती की जा सकती है. केसर की खेती के लिए ठंड और बरसात का मौसम उपयुक्त नहीं होता है. वहीं इसकी खेती के लिए रेतीली, चिगनी, बलुई या दोमट मिट्टी का होना जरूरी है. केसर की खेती के लिए ऐसी जमीन का ही चुनाव करें, जहां पानी का ठहराव न हो. इसके लिए 10 वॉल्व सीड्स का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी कीमत करीब 550 रुपये है.
आप कितना कमाओगे?
केसर से आप काफी मुनाफा कमा सकते हैं. अगर आप हर महीने 2 किलो केसर भी बेचते हैं तो आप 6 लाख रुपए तक कमा सकते हैं. केसर को अच्छी तरह पैक करके पास के किसी भी बाजार में अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता है. खास बात यह है कि आप इसे ऑनलाइन भी बेच सकते हैं. इसकी खेती के लिए जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर सबसे अच्छे माने जाते हैं. केसर के पौधे अक्टूबर में फूल देना शुरू कर देते हैं. जुलाई-अगस्त का समय ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में केसर लगाने का सही समय है, जबकि मैदानी इलाकों में केसर के बीज फरवरी-मार्च के बीच लगाए जाते हैं.
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