अनिल विज पर कोरोना वैक्सीन का परीक्षण, फूलीं अफसरों की सांसें मचा हड़कंप

अंबाला । देसी कोरोना की वैक्सीन यानी कोवैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण को हरियाणा में शुरू कर दिया गया है. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को ट्रायल करने के लिए पहला टीका लगाया है. टीकाकरण होने के बाद अब 42 दिन के पश्चात् शरीर में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी. कोरोना की इस वैक्सीन बनने के बाद से ही अब पूरे देश को काफी उम्मीदें हैं. चलिए जानते हैं, जब हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को पहला टीका लग रहा था तब वहां अस्पताल के किस प्रकार का माहौल बना हुआ था.

Anil Vij

 

विज के भाई की आंखों में आए आंसू

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जी पर कोवैक्सीन का जिस समय ट्रायल चल रहा है, उस समय अधिकारियों की आधे घंटे तक सांसें फूली रहीं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि टीके का कोई रिएक्शन न होने के बाद ही चिकित्सकों ने राहत की सांस ली और तभी परिजनों के चेहरे भी खिल उठे थे. अन्यथा, इससे पहले ट्रायल के समय पर जहां स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जी के भाई कपिल विज जी की आंखों में आंसू आ गये थे. वहां मौजूद सभी अन्य परिजन भी वीडियो कॉल की सहायता से स्वास्थ्य मंत्री का हौसला बढ़ाते नजर आ रहे थे.

 

विभागीय और प्रशासनिक अधिकारियों की बढ़ी चिंता

कोवैक्सीन यानी कोरोना के परीक्षण में हिस्सा लेने की दिलचस्पी हजारों वालंटियर्स के द्वारा दिखाई है. किन्तु, जब स्वयं हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने वालंटियर करने के लिए अपने आप को पेश किया, तब उस समय वहां मौजूद विभागीय और प्रशासनिक अधिकारियों की भी चिंता बढ़ गयी. यही मुख्य कारण है कि परीक्षण की तैयारी पहले से ही दुरुस्त कर दी गई थी. एक दिन पहले से ही सिविल सर्जन ने अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं और तैयारियों की जानकारी ली थी.

 

परिजनों ने बढ़ाया हौसला

सिविल सर्जन डॉक्टर कुलदीप सिंह जी के अतरिक्त रोहतक पी जी आई से पधारे कोविड- 19 के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी जी, रिसर्च की मुख्य जांच करने के लिए अधिकारी डॉ. सविता वर्मा जी, सहायक जांच अधिकारी डॉ. रमेश वर्मा जी, नर्सिंग व एल टी स्टाफ ट्रॉयल के बाद हर पल स्वास्थ्य मंत्री की सेहत की निगरानी रखते हुए नज़र आ रहे थे. पूरे कार्यक्रम के समय मंत्री विज पूरी तरह से शांत नजर आए. इस बीच में वे थोड़े भी चिंतिंत नहीं दिखाई दिए. परिजनों व चहेतों दोनों से ही लगातार बातचीत मे ख़ुद को व्यस्थ रखते नज़र आए. भतीजी आरती व भतीजे शुभम और अन्य परिजन वीडियो कॉल के माध्यम से उनका हौसला लगातार बढ़ाते रहे.

 

परिणाम सफल रहा तो जल्द देंगे कोरोना को मात

कोवैक्सीन यानी कोरोना के परीक्षण क किए तैयार की गई दवाई का परीक्षण कुल मिलाकर 25 हजार 600 लोगों पर किया जा सकता है. कोविड- 19 के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी जी के साथ हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि इस परीक्षण में उन्होंने सभी आयु वर्ग पर इस वैक्सीन का परीक्षण किया गया है. परीक्षण का परिणाम आने में अब लगभग तीन माह का समय लग सकता है. अगर परिणाम सफल रहे तो उस स्थिति में हम सब मिल कर कोरोना को मात देने में जल्द ही कामयाबी को हासिल कर सकते हैं. किन्तु, तब तक लोगों को सावधानी के साथ कोरोना से जंग जारी रखनी होगी.

 

अनिल विज, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने दिया ब्यान

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जी ने ब्यान देते हुए कहा है कि “कोवैक्सीन का परीक्षण करवाना मेरे लिए गर्व की बात है, जिस बीमारी का दुनिया इटने समय से डटकर सामना कर रही है, उसकी वैक्सीन यानी दवाई का परीक्षण मेरे शरीर पर हुआ है. यह एक बहुत बड़ी खुशी की बात है”. अब इस परीक्षण के बाद काफ़ी लोग अवश्य ही प्रेरित हो सकते हैं. ऐसी प्रेरणा मिलने के बाद अब से अधिक लोग परीक्षण में हिस्सा भी ले सकते हैं. यही मुख्य कारण है कि मैंने खुद पर इस कोवैक्सीन के परीक्षण का निर्णय लिया है.

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