चंडीगढ़ | दिल्ली-मेरठ रूट पर चलने वाली देश की पहली रैपिड ट्रेन भारत सरकार को सौंप दी गई है. इसका रनिंग रूट भी तैयार कर लिया गया है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम यानी एनसीआरटीसी ने अगस्त में इसका ट्रायल रन तय किया है.
180 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 17 किमी के क्षेत्र में चलाई जाएगी. यह दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए महज 62 मिनट में मेरठ पहुंच जाएगी. यानी कुल मिलाकर हम इसे बुलेट ट्रेन का ट्रेलर मान सकते हैं. 10 बातों में समझिए पूरे ट्रेन के बारे में
- दिल्ली गाजियाबाद मेरठ रैपिड रेल कारिडोर, पहला स्टेशन सराय काले खां, अंतिम स्टेशनमोदीपुरम होगा
- कारिडोर में दो डिपो सहित कुल 24 स्टेशन होंगे, परियोजना पूरी होने पर 743 किमी लंबाई होगी.
- गुजरात के अलस्टोम कंपनी ने तैयार किए ट्रेन के डिब्बे
- कुल बजट 30,274 करोड़ रूपये है
- 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौडेगी ट्रेन, वहीं एक कोच महिलाओं के लिए रिजर्व होगा
- 82 किमी लंबे कारिडोर में 2890 पिलर में से ट्रेन गुजरेंगी
- डिजाइन बेहद शानदार किया गया है
- सफर करने के लिए क्यूआर वाला टिकट लेना होगा
बिना क्यूआर के टिकट की एंट्री नहीं मिलेगी - हर साल 2.50 लाख कार्बन उत्सर्जन ट्रेन घटाएगी
- दिल्ली मेरठ रूट पर चलने वाली 1 लाख वाहनों का दवाब कम होगा