नई दिल्ली | पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से हर कोई परेशान है. ऐसे में कार चालक CNG का चयन करते हैं, क्योंकि पेट्रोल-डीजल गाड़ी की तुलना में यह अधिक किफायती होती है लेकिन यह जितनी किफायती होती है उतनी ही ज्यादा इसकी देखभाल भी करनी पड़ती है. सीएनजी कार में छोटी सी लापरवाही भी काफी नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए इस खबर के माध्यम से हम आपको उन उपायों के बारे में बताएंगे, जिसको फॉलो करके आप अपनी सीएनजी कार की लाइफ को बढ़ा सकते हैं.
अथॉराइज्ड जगह से लगवाएं सिलेंडर
बहुत से लोग पहले कार खरीदते हैं, फिर उसमें सीएनजी फिट कराते हैं जो कि काफी खतरनाक हो सकता है. इसलिए अलग से सीएनजी फिट कराने से बेहतर होगा कि आप कंपनी फिट सीएनजी कार खरीदें. इसके अलावा आप अथॉराइज्ड सर्विस सेंटर से भी कार में सीएनजी किट लगवा सकते हैं, क्योंकि जब आप अथॉराइज्ड सर्विस सेंटर से कार में सीएनजी किट लगवाते हैं, तो आपको कंपनी एक सर्टिफिकेट जारी करती है. जिससे आप देशभर में किसी भी राज्य में सीएनजी कार लेकर जा सकते हैं.
एक्सपाइयरी डेट का रखें ध्यान
सीएनजी सिलेंडर की भी एक एक्सपाइयरी डेट होती है. सरकार की ओर से एक सीएनजी सिलेंडर की औसत लाइफ 15 साल निर्धारित की गई है. हालांकि एक कार की लाइफ भी इतनी ही मानी जाती है. लेकिन अगर आप इससे लंबे वक्त तक कार चलाते हैं, तो सीएनजी कार के सिलेंडर को रिप्लेस जरूर करवा लें, वरना यह बेहद खतरनाक हो सकता है.
समय पर कराएं जांच
बहुत से लोग बिना जांच के सीएनजी सिलेंडर फुल कराते हैं, जिससे सिलेंडर में कार्बन बढ़ने की वजह से सिलेंडर की क्षमता कम हो जाती है. इससे सीएनजी सिलेंडर में कम सीएनजी फिल होती है. साथ ही सिलेंडर में लीक की वजह से कार में आग लगने की संभावना भी बढ़ जाती है. इसलिए हर तीन साल में आपको सीएनजी सिलेंडर की जांच करानी चाहिए.
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