चंडीगढ़ | स्कूलों में शराब पीकर पढ़ाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाने की तैयारी चल रही है क्योंकि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सरकार ने एक्शन लेने का मन बना लिया है. जानकारी के मुताबिक सरकारी व निजी स्कूलों में छात्रों को नशे के प्रति जागरूक किया जा रहा है. ऐसे में स्कूलों में शराब पीकर पढ़ाने वाले शिक्षक पर अधिकारियों की नजर रहेगी. स्कूलों में यदि कोई शिक्षक सिगरेट, तंबाकू का सेवन करते हुए पाया जाता है या नशे की हालत में पाया जाता है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. स्कूल शिक्षा विभाग इस दिशा में नियम बना रहा है.
इस संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारी सरकारी और निजी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे. स्कूलों के शिक्षकों के संबंध में छात्रों से फीडबैक भी लिया जाएगा. स्कूलों में तैनात शिक्षक अब न तो सिगरेट और बीड़ी पी सकेंगे और न ही गुटखा या तंबाकू के पाउच वाले पान चबा सकेंगे. इस लत से जुड़े शिक्षकों को जल्द ही हर तरह का नशा छोड़ना होगा. दरअसल, नशामुक्त वातावरण बनाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से एक नई पहल की गई है. वहीं, सिरसा के जिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार का कहना है कि बच्चों को नशे के प्रति जागरूक करना बहुत आवश्यक है. अगर अध्यापक ही नशे में स्कूल आएगा तो बच्चों के भविष्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा.
यदि स्कूल स्तर पर नशे की प्रवृत्ति को नहीं रोका गया तो इसके लिए प्रधानाध्यापक भी दोषी होंगे. जल्द ही तंबाकू नियंत्रण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. कार्यशाला में इस विषय पर रणनीति बनाने पर चर्चा होग. यदि कोई शिक्षक विद्यालय में कोई नशा करता है तो उसका छात्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इसे रोकने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कदम उठाए गए हैं. समय-समय पर स्कूलों को नशीली दवाओं के हानिकारक प्रभावों के बारे में सूचित किया जाता है. यदि कोई शिक्षक या कर्मचारी स्कूलों में नशे में है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग कब इस आदेश को जारी करेगा, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है.
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