BJP की राह चलें दुष्यंत चौटाला, अपने बलबूते चुनावी रण में उतरने को तैयार JJP

गुरुग्राम | हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (JJP) के साथ मिलकर सरकार चला रही जननायक जनता पार्टी के लिए 2024 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों में खुद को साबित करना एक बड़ी चुनौती होगी. गठबंधन सरकार होने के बावजूद बीजेपी अपने दम पर लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है तो वहीं जेजेपी पार्टी भी बिना समय गंवाए चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने में जुट गई है. आगामी चुनाव दोनों पार्टियां मिलकर लड़ेगी ये बातें अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन दोनों दल मजबूती से अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं.

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इसी संबंध में जननायक जनता पार्टी (JJP) का गुरुग्राम में दो दिन तक मंथन शिविर चला जिसमें पार्टी के रणनीतिकारों ने अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए. इससे पहले पंचकूला में हुई प्रांतीय परिषद की मीटिंग में बीजेपी अपने बलबूते पर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी हैं. शहरी निकाय चुनाव भी बीजेपी ने अपने बलबूते पर लड़ने का फैसला लिया था लेकिन कांग्रेस पार्टी द्वारा सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ने के फैसले से बीजेपी को मजबूरी में जेजेपी के साथ गठबंधन करना पड़ा. गुरुग्राम में हुई पार्टी मीटिंग में जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय चौटाला और संरक्षक के नाते डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने करीब छह घंटे तक प्रमुख लोगों से चुनाव की तैयारियों पर फीडबैक लिया.

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लोकसभा चुनाव में संतोषजनक परिणाम नहीं मिलने के बाद विधानसभा चुनावों में दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी 10 सीटों के साथ किंगमेकर के रुप में सामने आई और बीजेपी के साथ गठबंधन में सरकार बनाई. दुष्यंत ने 2019 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस, आईएनएलडी और बीजेपी से असंतुष्ट नेताओं को टिकट दिया और उनकी बदौलत पार्टी 10 सीटें जीतने में कामयाब रही. लेकिन फिलहाल परिस्थितियां दुष्यंत चौटाला के पक्ष में नजर नहीं आ रही है. पार्टी के आधे से ज्यादा विधायक नाराज चल रहे हैं और बीजेपी की जाट लीडरशिप भी दुष्यंत चौटाला को पसंद नहीं करती है. ऐसे में उन्हें खुद को साबित करना बहुत जरूरी हो गया है.

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2024 के चुनाव नतीजों से तय होगा दुष्यंत का राजनीतिक कद

इस समय दुष्यंत चौटाला और उनकी पार्टी के सामने विधायकों की नाराज़गी दूर करने के साथ ही 2024 के लोकसभा और राज्यसभा चुनाव में खुद को साबित करना बड़ी चुनौती होगी. हालांकि पांच साल तक दुष्यंत चौटाला गठबंधन सरकार में शामिल रहेंगे और इस दौरान उनके पास लोगों की समस्याएं जानना व उनके समाधान करवाने का पर्याप्त समय रहेगा. इस हिसाब से जननायक जनता पार्टी का प्रदर्शन बढ़िया रहा तो 2024 की परिस्थितियों के हिसाब से दुष्यंत चौटाला प्रदेश की राजनीति में अलग मुकाम हासिल कर सकते हैं.

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