नई दिल्ली | सीबीएसई (CBSE) की परीक्षाओं को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है जिस से मनमाने कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसे में कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते बच्चों की पढ़ाई में बहुत अधिक बाधा उतपन हुई है जिसके चलते उन्हें ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा अपना सिलेबस पूरा करना पड़ा है .
जिससे उनके परीक्षा के दबाव को कम करने के लिए सीबीएसई 30 फीसद सिलेबस में पहले ही कटौती कर चुकी है ,साथ ही अब खबर यह आ रही है कि सिलेबस में कटौती करने के साथ-साथ पेपर के पैटर्न में भी बदलाव किया गया है जिससे बच्चों पर अधिक दबाव न पड़े. क्योंकि सीबीएसई ने हाल ही में सैंपल पेपर जारी किए थे जिनके अनुसार एमसीक्यू क्वेश्चन कि 10 फ़ीसदी हिस्सेदारी और बढ़ा दी गई है.
स्कूलों के सञ्चालकों के अनुसार नए पैटर्न का मकसद बच्चों की सोचने की क्षमता को पहचानना है , पेपर में उनसे अब अप्लिकेशन ओरिएंटेड क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं. यानी अब फिजिक्स जैसे विषयों में उदाहरण के तौर पर तार्किक क्षमता एवं थिंकिंग एप्टिट्यूड के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं. इसलिए बच्चों को इन सैंपल पेपर को आधार मानकर ही अपनी तैयारी करनी चाहिए जिससे उन्हें भटकाव रहित तैयारी करने में मदद मिले.
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