बहादुरगढ़ । किसानों को रोकने के लिए दिल्ली सीमा पर कड़ा पहरा लगाया गया है. तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों के 26 नवंबर के दिल्ली कूच को लेकर बहादुरगढ़ में दिल्ली सीमा कड़ा पहरा लगाया गया है. यह पहरा किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए लगाया गया है.जिसके चलते चारों तरफ नाकाबंदी कर दी गई है.
एक दिन पहले ही 4 किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद, बाकि नेता भूमिगत है. दिल्ली पुलिस द्वारा बहादुरगढ़ और इसके आसपास के इलाकों की पल-पल की जानकारी ली जा रही है. बहादुरगढ़ में अस्थाई जेल भी तैयार की गई है. अधिकतर किसान संगठनों ने तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली घेराव आंदोलन में शामिल होने की घोषणा कर रखी है.
पहले गिरफ्तार हो चुके हैं
बता दे कि भारतीय किसान यूनियन नेता गुरुनाम सिंह चढूनी 2 दिन पहले बहादुरगढ़ के गांव छारा का दौरा कर चुके हैं. किसानों द्वारा बहादुरगढ़ के रास्ते से दिल्ली में प्रवेश करने से पहले रोहतक के सापला में स्थित छोटू राम स्मारक संग्रहालय पर ट्रैक्टर ट्रेनों के साथ एकत्रित होने का फैसला कर रखा है.ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के प्रदेश सचिव जयकरण माड़ौठी के अलावा तीन अन्य किसान इस मामले में जेल भेजे जा चुके हैं.
आंदोलन में इन मांगों को रखा जाएगा
संगठन से जुड़े हुए सभी नेताओं का कहना है कि इस आंदोलन के दौरान तीन कृषि कानूनों और बिजली संशोधन बिल को रद्द करवाने की मांग व कृषि उत्पाद को समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित करने की मांग जोरदार तरीके से उठाई जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. ट्रैक्टर ट्रॉलियो के साथ किसान दिल्ली की तरफ बढ़ेंगे.बहादुरगढ़ में पुलिस ने दूसरे जिलों के किसानों को न घुसने देने की तैयारी कर रखी है. सभी मुख्य मार्गो पर नाकाबंदी की गई है. सभी नाको पर तैयारियों का जायजा लेने के लिए एडीजीपी संदीप खिरवार भी पहुंचेंगे.
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