नई दिल्ली, Raksha Bandhan Special | 11 अगस्त को राखी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती है और भाई भी उन्हें रक्षा करने का वचन देते हैं. इस त्यौहार को भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है. बता दें कि अबकी बार रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा का साया है. जिस वजह से आप एक विशेष मुहूर्त में ही राखी बांध सकते हैं. आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि भद्रा काल में राखी क्यों नहीं बांधी जाती, इसके पीछे कौन सी पौराणिक कथा है.
इस वजह से भद्राकाल में नहीं बांधी जाती राखी
कई जगह 11 अगस्त की बजाय 12 अगस्त को भी रक्षाबंधन मनाया जाएगा. इसके पीछे की मुख्य वजह भद्राकाल ही है. भद्रा काल के दौरान राखी नहीं बांधी जाती. इसके पीछे एक पौराणिक कथा बताते हुए पंडित देव शर्मा ने बताया कि लंकापति रावण की बहन ने भद्राकाल में उनकी कलाई पर राखी बांधी थी, 1 साल के अंदर ही उनका विनाश हो गया था.
भद्रा शनिदेव की बहन है. बता दे कि भद्रा को ब्रह्माजी से श्राप मिला था कि जो भी भद्रा काल में रक्षाबंधन का त्योहार मनाएगा, उसको अशुभ परिणाम मिलेंगे. उत्तर भारत के अधिकतर परिवारों में सुबह के समय रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाता है. अबकी बार इस समय भद्रा व्याप्त होने की वजह से राखी नहीं बांधी जा सकती.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!