चंडीगढ़ | हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा की अध्यक्षता में बुधवार को प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सिंह भी मौजूद रहे. मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सितंबर में होने वाले पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि विधायक दल की मीटिंग में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया है.
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग में पंचायत चुनावों को लेकर काफी विचार- विमर्श किया गया है, जिसके बाद पार्टी ने यह फैसला लिया है कि पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं लड़ा जाएगा. हुड्डा ने प्रदेश की गठबंधन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जान- बूझकर पंचायत चुनाव में विलंब कर रही है.
हुड्डा ने कहा कि पंचायत चुनावों में डेढ़ साल की देरी हो चुकी है और गांवों में विकास कार्य बिल्कुल ठप्प हो चुके हैं. पंचायत प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया है. हुड्डा ने सरकार से पंचायत चुनावों में पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ दिए जाने की भी मांग की.
‘साझा भूमि’ के मुद्दे पर बैठक में हुआ मंथन
पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा ने कहा कि शामलात भूमि ‘साझा भूमि‘ पर इस साल की शुरुआत में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उत्पन्न हुए मुद्दों पर विधायक दल की मीटिंग में गहनता से चर्चा की गई. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की गठबंधन सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है और अपराध की श्रेणी में हरियाणा नंबर पर पहुंच चुका है.
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में बेरोज़गारी चरम सीमा पर है और पढ़ें लिखे युवाओं को ग्रुप डी की नौकरी करनी पड़ रही है. उन्होंने एचएसएससी की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हरेक भर्ती का पेपर लीक हो रहा है और सभी भर्तियां कोर्ट केस से होकर गुजर रही है. बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रदेश की जनता को संघर्ष करना पड़ रहा है.
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