यमुनानगर | पड़ोसी राज्य राजस्थान में स्वाइन फ्लू के मामले सामने आने पर हरियाणा सरकार सतर्क हो गई है और स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं. इसी बीच हरियाणा के यमुनानगर ज़िले में स्वाइन फ्लू से एक तीन साल की बच्ची की मौत की खबर सामने आई है. बच्ची की मौत 9 अगस्त को हुई थी लेकिन चंडीगढ़ पीजीआई द्वारा अब इस बात की पुष्टि की गई है. बच्ची की मौत की खबर सामने आने पर सरकार ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है.
सिविल सर्जन का बयान
यमुनानगर के सिविल सर्जन डॉ मनजीत सिंह ने बताया कि स्वाइन फ्लू से जिस बच्ची की मौत हुई है,उसे शहर के एक निजी अस्पताल से पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था. बच्ची काफी दिनों से बुखार, खांसी और जुकाम से परेशान थी. उन्होंने बताया कि एक अन्य 43 वर्षीय महिला जो स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं, उसको चंडीगढ़ के एक प्राइवेट अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है.
सिविल सर्जन डॉ मनजीत सिंह ने बताया कि स्वाइन फ्लू से ग्रस्त महिला पहले से ही हार्ट की मरीज हैं और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. उन्होंने बताया कि बच्ची और महिला के परिजनों में अभी तक इस बीमारी का कोई लक्षण नहीं मिला है लेकिन इस बात का पता लगाया जा रहा है कि दोनों स्वाइन फ्लू बीमारी की चपेट में कैसे आई.
स्वाइन फ्लू के लक्षण
- यह एक इंफ्लूएंजा वायरस है,जो एक मरीज से दूसरे मरीज में फैलता है. इसमें बुखार आता है और नाक बहती है.
- खांसी और गले में खराश रहती है तथा जोड़ों व सिर में दर्द रहता है.
- कभी- कभी थूक के साथ खून भी आता है.
बचाव के उपाय
- हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें.
- खांसते और छींकते समय मुंह व नाक पर रूमाल रखें. सफाई का विशेष ध्यान रखें.
- हाथों को बार- बार साबुन से धोएं और अधिक से अधिक पानी पिएं.
- शरीर का तापमान बढ़ रहा है तो तुरंत प्रभाव से डाक्टर से सम्पर्क करें.