नई दिल्ली | हिंदू धर्म के अनुसार भगवान गणेश का विशेष महत्व है. इसलिए किसी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले गणपति की पूजा की जाती है. भगवन गणेश को आनंद, खुशी और विघ्न हरने वाला माना जाता है. इसलिए लोग उन्हें विघ्नहर्ता भी कहते हैं. शास्त्रों की माने तो घर में गणेश जी की मूर्ति या उनकी तस्वीर रखना बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन घर में गणेश जी की मूर्ति या उनकी तस्वीर को सही दिशा में न रखा जाए तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और हर वक्त समस्या बनी रहती है. इसलिए भगवान गणेश की तस्वीर या मूर्ति को सही दिशा में रखना बेहद जरूरी माना जाता है.
किस दिशा में रखें गणेश की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश की मूर्ति घर के उत्तर-पूर्व कोने यानी कि ईशान कोण में रखना सबसे उत्तम माना गया है और घर के दक्षिण दिशा में कभी भूलकर भी गणपति भगवान की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए. इसी के साथ भगवान की मूर्ति ऐसी जगह भी नहीं रखनी चाहिए जहां शौचालय, डस्टबिन, स्टोर रूम आदि हो.
किस मुद्रा में लाएं गणपति की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में गणेश जी की मूर्ति लाते समय उनती मुद्रा का खास ध्यान रखना चाहिए. ललितासन में बैठे हुए गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर लाना बेहद शुभ माना जाता है. क्योंकि यह मुद्रा शांत और शांति का प्रतिनिधित्व करती है. इसके अलावा, आप घर में गणेश जी की लेटने की मुद्रा वाली भी मूर्ति ला सकते हैं.
किस तरफ होनी चाहिए सूंड की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गणेश जी की मूर्ति घर लाते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि उनकी सूंड किस दिशा में है. इसलिए घर में हमेशा गणेश जी की वही मूर्ति लाएं जिसमें उनकी सूंड बाई और झूकी हो. क्योंकि यह दिशा सफलता और सकारात्मक ऊर्जा को दर्शाती है. इसी के साथ इस बात का भी ध्यान रखें की गणेश जी के हाथ में मोदक और उनका वाहक मूषक उनके साथ जरूर हो. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें की घर में हमेशा गणेश जी की एक ही मूर्ति होनी चाहिए.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!