नई दिल्ली, UGC New Update | यूजीसी ने नई गाइडलाइन जारी की है. इसके मुताबिक, देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में सभी कोर्स किए जा सकते हैं. साथ ही प्रबंधन, शिक्षा, कानून, इंजीनियरिंग संस्थान जैसे सिंगल डोमेन के संस्थान एक साथ डिग्री दे सकेंगे. छात्रों को प्रवेश करने, कई बार पाठ्यक्रम छोड़ने और एक ही पाठ्यक्रम का बार-बार अध्ययन करने की स्वतंत्रता होगी.
छात्र कई तरीकों से पाठ्यक्रम को पूरा करने में सक्षम होंगे यानी कक्षा में स्टूडेंट्स मल्टिपल मोड यानि क्लास रूम फेस टु फेस पढाई के साथ ही डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन से पूरा कोर्स कर सकेंगे. यानि दो मान्य कोर्स भी कर सकेंगे, यानी आप एक साथ दो वैलिड कोर्स कर सकेंगे. हर संस्थान में छात्रों के लिए ओरिएंटेशन और काउंसलिंग की व्यवस्था की जाएगी. यूजीसी ने गाइडलाइंस में सभी राज्य सरकारों और विश्वविद्यालयों को नई व्यवस्था को लागू करने के लिए अपने-अपने नियम और नीतियां बनाने को कहा है. संस्थान चाहें तो सत्र 2022-23 से ही इसे लागू कर सकेंगे.
तीनों मोड़ में होगी परीक्षा
एक छात्र कॉलेज जा सकता है और आमने-सामने कक्षा में अध्ययन कर सकता है. यदि आप कॉलेज नहीं जा सकते हैं, तो आप ऑनलाइन पाठ्यक्रम ले सकते हैं या डिस्टेंस शिक्षा चुन सकते हैं. छात्र को अलग-अलग सेमेस्टर में तीन में से किसी एक मोड को चुनने की सुविधा भी मिलेगी.
ये रही गाइडलाइन
- किसी एक प्रबंधन के तहत भाषा, साहित्य, संगीत, दर्शनशास्त्र, इंडोलॉजी, कला, नृत्य, रंगमंच, शिक्षा, गणित, सांख्यिकी, शुद्ध और अनुप्रयुक्त विज्ञान, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, खेल, अनुवाद और व्याख्या विभाग होंगेहोंगे.
- केवल प्रबंधन, केवल कानून, केवल इंजीनियरिंग, केवल शिक्षा या केवल चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने वाले विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को अब बहु-अनुशासनात्मक मोड अपनाना होगा.
- देश में तीन तरह के संस्थान होंगे- पहला- रिसर्च यूनिवर्सिटी, दूसरा- टीचिंग यूनिवर्सिटी और तीसरा- ऑटोनॉमस कॉलेज. अगर तीन हजार से ज्यादा छात्र हैं तो कॉलेज अपने स्तर पर डिग्री दे सकेगा.
- तीन हजार से अधिक छात्रों वाले कॉलेज नए विभाग खोलकर बहुविषयक स्वायत्त कॉलेजों का दर्जा हासिल कर सकेंगे. यदि किसी कॉलेज में छात्रों की संख्या तीन हजार से कम है तो वे अन्य कॉलेजों के साथ अनुबंध कर सकते हैं.
- छात्रों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में खाता खोलना होगा. इसमें पढ़े हुए विषय और उनके अंक 7 साल तक सुरक्षित रहेंगे. पढ़ाई करने, पढ़ाई छोड़ने और फिर कोर्स पूरा करने का मौका मिलेगा.
- अगर कोई छात्र एक साल पूरा करता है तो उसे सर्टिफिकेट, दो साल पूरा करने के बाद डिप्लोमा, तीन साल पूरा करने के बाद डिग्री, चार साल पूरे करने के बाद ऑनर्स या ड्यूल डिग्री मिलेगी.
- यूजीसी के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार ने कहा कि यह दिशानिर्देश राज्य के विश्वविद्यालयों को उच्च शिक्षण संस्थानों को बहु-विषयक संस्थानों में बदलने में मदद करेगा. छात्रों के लिए नई गाइडलाइन करियर के लिहाज से भी अच्छी होगी.