नई दिल्ली | त्योहार का सीजन अब शुरू होने वाला है. इस सीजन में अधिकतर लोग इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) खरीदने का प्लान बना रहे हैं. यदि आप भी उन्हीं लोगों में से एक हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है जिससे आपको बाद में पछताना ना पड़े. आजकल इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की खबरें काफी चर्चाओं में है. आज की इस खबर में हम आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने की असली वजह बताएंगे.
ईवी खरीदने से पहले इन जरूरी बातों को जान लें
ई-स्कूटर में गैसोलिन और लिथियम का प्रयोग किया जाता है. ये दोनों ही काफी ज्वलनशील होती है इनमें आग पकड़ने में सिर्फ तापमान का अंतर होता है. गैसोलीन 210 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होने पर आग पकड़ता है वहीं लिथियम 135 डिग्री से अधिक तापमान होने पर आग पकड़ सकता है. इलेक्ट्रिक व्हीकल में आग लगने से बचाने के कई उपाय है. सबसे पहले आपको बैटरी के प्रकार पर ध्यान देना होगा क्योंकि कुछ बैटरी ऐसी होती है जो काफी जल्दी आग पकड़ लेती है. ऐसे मे आपको उन्हें ज्वलनशील वस्तुओं से दूर चार्ज या पार्क करना पड़ सकता है.
किसी गैर प्रमाणिक चार्जर का इस्तेमाल ना करें
बता दे कि गैस कार के आंतरिक दहन इंजन की तुलना में बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की संभावना 0.03% है. हाइब्रिड वाहन जिनमें एक आंतरिक दहन इंजन और एक इलेक्ट्रिक मोटर है उनमें प्रति 1 लाख वाहनों में महज 3475 वाहनों में ही आग लगने के ज्यादा चांस होते हैं.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!