चंडीगढ़ | संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए हरियाणा सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने फूलप्रूफ प्लान बना लिया है. जो उम्मीदवार दूसरों से परीक्षा दिलवाएंगे उनका परिणाम रद्द कर दिया जाएगा. आधार कार्ड, वीडियोग्राफी आदि आधुनिक तकनीकों से फर्जी उम्मीदवारों की पहचान की जाएगी और ऐसे उम्मीदवारों के पेपर को बिना चेक किए ही रिजेक्ट कैटेगरी में डाल दिया जाएगा. जब इस परीक्षा का रिजल्ट आएगा तब भी ऐसे उम्मीदवारों के रोल नंबर के आगे रिजेक्ट लिखा मिलेगा.
11.40 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर
फर्जीवाड़ा करने वालों पर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी. पहले रिजल्ट आने के बाद नियुक्ति के वक्त बायोमेट्रिक मिलाने पर गड़बड़ घोटाला सामने आता था. आप सभी जानते हैं कि सिपाही, एसआई, क्लर्क एएनएम समेत सभी परीक्षाओं में दूसरे उम्मीदवारों से परीक्षा दिलाने के मामले सामने आए हैं. 32000 पदों के लिए होने वाला यह सीईटी काफी महत्वपूर्ण है. इस परीक्षा पर 11.40 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य टिका हुआ है इसीलिए सरकार इस परीक्षा को सरल तरीके से संपन्न कराने के लिए भरपूर कोशिशें कर रही है. सीईटी में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए संघर्ष के बाद कई अहम निर्णय लिए गए हैं.
यह है फुलप्रूफ प्लान
जो परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचेंगे उन्हें अंदर जाने के बाद 4 चरणों से गुजरना होगा. इसमें बायोमेट्रिक, फेस स्कैनिंग, आइरिस और आधार कार्ड मिलान शामिल है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
नहीं होगी कोई भी गड़बड़
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि अब परीक्षा में किसी भी प्रकार का कोई फर्जीवाड़ा नहीं होगा. यदि कोई अब भी फर्जी परीक्षा देता है तो उसका परिणाम रद्द कर दिया जाएगा. परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हो तथा परीक्षा में किसी प्रकार की कोई अड़चन न आए इसीलिए फैसला लिया गया है कि फर्जी व्यक्ति का परिणाम ही रद्द कर दिया जाए.
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