बासमती चावल की कीमत छू सकती है आसमान, ये होगी बड़ी वजह

नई दिल्ली | केन्द्र की मोदी सरकार ने चावल, गेहूं, आंटे जैसे अनाज के निर्यात पर रोक लगा दिया था ताकि घरेलू बाजार में इसकी बढ़ते दामों पर कुछ हद तक अंकुश लगाया जा सके लेकिन, इनकी कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है. खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तेज बरसात की वजह से पिछले साल की अपेक्षा इस बार इन खाद्य उत्पादों की कीमतों में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज हो चुकी है. साथ ही पिछले तीन-चार दिन से हो रही बारिश के कारण आगे भी चावल, गेहूं और आंटे की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है. जिसका सीधा असर आमजन की जेब पर बोझ के रुप में पड़ने वाला है.

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basmati chawal rice

बता दें कि तेज बारिश किसानों के लिए आफत बनकर बरसती है और कई जगहों पर तो इसका प्रभाव इतना ज्यादा देखने को मिलता है कि उनके खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है. ऐसे ही देश के कुछ हिस्सों में पिछले तीन-चार दिन से हो रही बारिश की वजह से कई किसानों की धान की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि बासमती चावल के दाम में तेजी देखी जा सकती है.

दरअसल, पिछले तीन-चार दिन से हो रही बारिश के चलते धान की फसल में 20 प्रतिशत तक नुकसान पहुंचा है. वहीं, खेतों में पानी खड़ा होने से दाना भी काला पड़ गया है या गल भी सकता है. ऐसे में चावल की क्वालिटी भी प्रभावित हो रही है. कारोबारियों का मानना है कि ऐसे में बासमती चावल की कीमत और अधिक बढ़ सकती हैं और इसका सीधा असर निर्यात पर भी पड़ेगा.

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बासमती चावल का एक्सपोर्ट

बता दें कि भारत से करीब 150 देशों में बासमती चावल का एक्सपोर्ट होता है. वहीं, इस धान की खेती करने वाले तीन प्रमुख राज्यों की बात करें तो इसमें पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का नाम सबसे ऊपर आता है. यहां की मिट्टी व मौसम बासमती चावल की खेती के लिए काफी अनुकूल है और यहां किसानों के लिए सिंचाई के साधन भी आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं.

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बासमती चावल की खासियत

बासमती चावल अपने अनूठे स्वाद और गुणों की बदौलत दुनिया के खाद्य एवं रेस्तरां उद्योग में प्रीमियम चावल के रुप में अपनी विशेषता बनाए हुए हैं. इसका 7 राज्यों के 95 जिलों को जीआई टैग मिला हुआ है. जिनमें हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश के 30 और जम्मू-कश्मीर के 3 जिले (जम्मू, कठुआ और सांबा) शामिल हैं. स्वाद के मामले में बासमती चावल अन्य किस्म के चावलों के मुकाबले कही आगे है.

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