सरकार ने अब फैसला लिया है कि विद्यालयों को और अधिक समय तक बंद रखना छात्रों के लिए सही नहीं है क्योंकि इस सत्र की शुरूआत से ही उनकी पढ़ाई कोरोना संक्रमण के कारण बाधित हो रही है. वैसे तो कोरोना के मामले देश मे 21 लाख से अधिक हो चुके हैं तथा हर रोज रिकॉर्ड तोड़ने वाले केस सामने आ रहे हैं. परंतु, अब इससे सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वयं नागरिकों को ही लेनी होगी. यदि वह स्वयं के स्तर पर जागरूक रहेंगे तो इस महामारी की चपेट में आने से बच सकते हैं. इसलिए उन्हें सभी सुरक्षा कवचों के साथ सोशल डिस्टनसिंग का पूरा ख्याल रखना होगा.
इसी निर्देश के साथ सरकार स्कूलों को अनलॉक करने की तैयारी कर रही है. जिससे कक्षाएं सुचारू रूप से चल सकें. इसलिए सितम्बर से नवम्बर माह तक स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा. जिसमे सभी जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा. सबसे पहले असम सरकार ने राज्य में स्कूल खोलने की इच्छा जताई थी, वह केवल केंद्र की गाइडलाइंस का इंतजार कर रही थी. वहीं आंध्रप्रदेश, हरियाणा में भी इसकी चर्चा काफी दिनों से चल रही है. अब जरूरी गाइडलाइंस का पालन करके स्कूल खोले जा सकते हैं, इसके लिए केंद्र सरकार 31 अगस्त तक घोषणा कर सकती है.
ये होंगे स्कूल खोलने के दिशानिर्देश
- सबसे पहले सभी अध्यापकों व अन्य सभी स्कूली कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट करवाना जरूरी होगा.
- छात्रों को भी जुकाम, फीवर की स्थिति में स्कूल आने की मनाही रहेगी.
- स्कूलों को शिफ्टों में खोला जाएगा तथा शिफ्ट 8 से 11 व 12 से 3 बजे तक होंगी.
- मास्क, सेनेटाइजर, पानी की बोतल लानी अनिवार्य होगी.
- स्कूलों में भी साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा तथा उन्हें दिन में 2 बार सेनेटाइज किया जाएगा.
अतः इन सब गाइडलाइंस को अपनाते हुए राज्य 1 सितम्बर से स्कूल खोल सकते हैं. परन्तु, यह उनके विवेक पर है क्योंकि आखिरी फैसला उन्ही के हाथ में होगा.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!