चंडीगढ़ | हरियाणा पंचायत चुनाव की घोषणा को लेकर अभी और इंतजार करना होगा. सोमवार को पंचायत चुनाव की घोषणा को लेकर खबर सामने आई थी. वहीं, पंचायत चुनाव की घोषणा को लेकर करना 7 अक्टूबर तक का इंतजार करना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि हिसार और झज्जर ज़िला परिषद के ड्रा अभी पेंडिंग है. हिसार का आदमपुर और झज्जर का बादली फिर से गांव बने हैं. अगले दो दिन में हिसार ओर झज्जर ज़िला परिषद के ड्रा करवा दिया जाएगा. इस बार राज्य में 71,763 पदों पर चुनाव होना है. राज्य में पहली बार चुनाव आयोग चार चरणों में पंचायत चुनाव कराने जा रहा है.
राज्य चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदान दल में एक पीठासीन अधिकारी और 3 मतदान अधिकारी समेत 4 अधिकारी शामिल होंगे, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सकें. इसके लिए संबंधित अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिन्हें निष्पक्ष होकर मतदान कराना होगा.
पंचायतों के इन पदों पर मतदान
हरियाणा में पंचायतों के 71,763 पदों पर चुनाव होना है. इनमें से 6,226 पद सरपंच के हैं, ग्राम पंचायतों में पंच के 62,040 पद हैं. 143 पंचायत समितियों में 3086 सदस्य चुने जाएंगे. 22 जिला परिषदों में 411 सदस्य हैं. पंचायत समितियों और जिला परिषदों में अध्यक्ष का चुनाव बाद में किया जाएगा.
मतदान प्रक्रिया की होगी वीडियोग्राफी
पंचायत चुनाव के दौरान अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की आवश्यक व्यवस्था की जा रही है. संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान कर उनकी सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि मतदान केंद्रों पर हिंसा, लूट और बूथ कैप्चरिंग आदि की घटनाएं न हों.
पंचायत चुनाव में जीत और हार का मतलब
बीजेपी : विधानसभा चुनाव से पहले खट्टर की परीक्षा
दिवाली के बाद होने वाले पंचायत चुनाव सीएम मनोहर लाल की किसी परीक्षा से कम नहीं होंगे. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ के लिए प्रदेश के पंचायत चुनाव किसी मापदंड से कम नहीं होंगे. कुल मिलाकर ये चुनाव हरियाणा बीजेपी के लिए काफी अहम होने वाला है.
कांग्रेस: विरोधियों के बीच तय होगा हुड्डा का कद
बीजेपी की तरह प्रदेश के कांग्रेस के लिए भी यह पंचायत चुनाव भी विधानसभा चुनाव से कम नहीं होगा. वहीं, कांग्रेस में विरोधियों के बीच चुनाव जीतकर वे अपना कद तय करेंगे.
जजपा : चौटाला के भविष्य का होगा फैसला
खासकर जब दुष्यंत चौटाला सूबे की सरकार में डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठे हैं. उनकी पार्टी अपने दम पर राज्य में पैर पसारना चाहती है. उनकी राजनीतिक समझ का पता पंचायत चुनाव के नतीजों से भी चलेगा.
इनेलो : तीसरे मोर्चे के गठन से पहले की राजनीतिक परीक्षा
देश में तीसरा मोर्चा बनाने की इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला की योजना भले ही आकार न ले लेकिन उनके छोटे बेटे इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने राज्य में ऐसा मोर्चा बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस राज्य स्तरीय मोर्चे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बीरेंद्र सिंह की भी नजर है. अब उनके चुनाव प्रचार का पंचायत चुनाव में क्या असर होगा, यह देखना होगा.
चुनाव आयोग के अनुरोध को सरकार ने किया स्वीकार
हरियाणा में पंचायत चुनाव अब केवल 30 नवंबर तक होंगे. हरियाणा सरकार ने राज्य चुनाव आयोग (ईसी) के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. हरियाणा के विकास एवं पंचायत विभाग ने भी चुनाव को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी किया है. 10 अक्टूबर के आसपास चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य चुनाव आयोग चुनाव कार्यक्रम जारी करेगा. कुछ पंचायतों में चुनाव आयोग ने वार्ड बंद होने और आरक्षण तय करने में देरी के चलते टालमटोल की मांग की थी.
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