लॉकडाउन में घर पर रहकर की सेल्फ स्टडी, अब पहले ही अटेम्पट में UPSC में पाई सफलता

नई दिल्ली | अधिकारी बनना हर किसी का सपना होता है क्योंकि पढ़ लिख कर हर कोई ऑफिसर ही बनना चाहता है. UPSC पास करने में कई साल लग जाते हैं और कई छात्र तो पहले अटेंप में ही परीक्षा पास कर जाते हैं मगर यह मुकाम कुछ गिने-चुने लोग ही हासिल कर पाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही IAS अधिकारी की कहानी बताने जा रहे हैं.

UPSC

श्रेयांश सुराणा मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 4 अप्रैल 1997 को हुआ था. वर्तमान में उनकी उम्र 25 वर्ष है. उनके पिता विमल सुराणा एक टैक्स प्रैक्टिशनर हैं और मां बीमा क्षेत्र में काम करती हैं. उनके घर में हमेशा शिक्षा और लेखन का माहौल रहा है. श्रेयांश के माता-पिता के साथ-साथ उनके टीचर्स भी उनकी काफी तारीफ करते हैं.

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श्रेयांश सुराणा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के एक स्कूल से की. उन्होंने 2017 में नागपुर विश्वविद्यालय से बी.कॉम किया फिर नागपुर से ही सीएस (सीएस-2017) और सीए (सीए- 2018) की पढ़ाई की. आमतौर पर कई उम्मीदवारों को सीए और सीएस परीक्षाओं को पास करने में कई साल लग जाते हैं. लेकिन श्रेयांश ने भी अपने पहले प्रयास में इन परीक्षाओं को पास कर लिया था.

1 साल तक मुंबई में की जॉब

सीए बनने के बाद श्रेयांश सुराणा ने 1 साल तक मुंबई में एलएंडटी लिमिटेड कंपनी में काम किया. उन्होंने सितंबर 2019 में दिल्ली में 2020 सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपनी तैयारी शुरू की. इसके लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी. हालांकि, वह मार्च में लॉकडाउन के कारण अपने घर लौट आए. उन्होंने परीक्षा की अधिकांश तैयारी सेल्फ स्टडी के जरिए की.

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सीए और सीएस परीक्षाओं की तरह श्रेयांश सुराणा ने भी पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की. उन्हें वर्ष 2020 की सिविल सेवा परीक्षा में 269वां रैंक मिला है. उन्हें आईआरएस (सी एंड आईटी) सेवा आवंटित की गई है. वर्तमान में वह फरीदाबाद स्थित एनएसीआईएन में प्रशिक्षण ले रहे हैं. उन्हें सहायक आयुक्त की भूमिका की पेशकश की गई है.

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घर पर रहकर की स्टडी

श्रेयांश ने लॉकडाउन के दौरान अपनी तैयारी की थी, जिसके चलते वह ग्रुप स्टडी में शामिल नहीं हो सके. उन्होंने अपनी तैयारी देर से शुरू की. उनके लिए कम समय में पूरा सिलेबस खत्म करना किसी चुनौती से कम नहीं था. वह सभी उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत के साथ-साथ स्मार्ट वर्क करने की सलाह देते हैं.अपनी तैयारी को ट्रैक पर रखने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है.

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