नई दिल्ली | कुछ दिनों पहले टीवी के सुविख्यात शो “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” के लेखक अभिषेक मकवाना ने आत्महत्या कर ली थी. अपने सुसाइड नोट में अभिषेक मकवाना ने ऐसा करने का कारण आर्थिक तंगी बताया था. परंतु अब उनके फैमिली मेंबर्स ने कहा है कि अभिषेक मकवाना साइबर धोखाधड़ी और ब्लैकमेल के शिकार थे.
फोन कर पैसे मांग रहे लोग
अभिषेक मकवाना के परिवार वालों का कहना है कि अभिषेक की आत्महत्या करने के पश्चात अब कुछ फ्रॉड लोगों के मोबाइल कॉल उन्हें परेशान कर रहे हैं. परिवार वालों का कहना है कि कुछ लोग फोन करके उनसे पैसे मांग रहे हैं. फोन करने वाले लोग कह रहें हैं कि अभिषेक ने ऋण लेते समय अपने परिवार वालों को गारंटीकर्ता बनाया था.
ई-मेल से हुआ खुलासा
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार अभिषेक मकवाना ने 27 नवंबर को अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस द्वारा इसे आकस्मिक मौत का केस मानकर केस दर्ज किया गया था. अभिषेक के भाई जेनिस ने कहा है कि उन्होंने अभिषेक के कुछ ई-मेल पढ़े हैं, जिससे उन्हें एहसास हुआ है कि उन्हें फाइनैंशल जाल में फंसाया गया था.
जैनिस ने यह भी कहा है कि जबसे उन लोगों को अभिषेक की मृत्यु का पता चला है तब से वे लोग उन्हें कॉल कर रहे हैं और गलत-गलत बातें बोल रहे हैं. कॉल करने वालों में से कई नंबर भारत के अलग-अलग राज्यों से हैं, एक म्यांमार का है तो एक बांग्लादेश का है.
उच्च ब्याज दर के जाल में फंस चुके थे अभिषेक
जेनिस ने बताया कि ई-मेल रिकॉर्ड जांचने के बाद मुझे पता चला कि मेरे भाई ने पहले एक ऐप के माध्यम से छोटा लोन लिया था, जो बहुत अधिक ब्याज ले रहा था. फिर मैंने मेरे भाई और उनकी ट्रांजैक्शन देखी. मुझे पता लगा कि मेरे भाई को वह लोग छोटा-छोटा अमाउंट देते रहते थे. लेकिन मेरे भाई ने और कोई अन्य लोन नहीं लिया था. लोन का इंटरेस्ट रेट 30% था.
ऐप साइबर स्कैम में था शामिल
अभिषेक के भाई का कहना है कि उनके भाई ने जिस ऐप के माध्यम से लोन लिया था, वह ऑनलाइन साइबर स्कैम में शामिल था. बता दें कि, कांदिवली अपार्टमेंट में 27 नवंबर को अभिषेक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद चारकोप पुलिस ने आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया था.
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