चंडीगढ़ | केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक Ayushman Bharat Yojana का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले. इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार ने सभी राज्यों को अधिकार दिया है कि वह 2011 की जनगणना के अलावा भी यदि कोई नए डेटा के अनुसार किसी कैटेगरी को लाभ देना चाहे तो दे सकती है. केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद हरियाणा में आयुष्मान लाभार्थियों की संख्या का आंकड़ा 9.50 लाख से बढ़कर 60 लाख हो जाएगा.
हरियाणा सरकार इसके लिए परिवार पहचान पत्र का डेटा इस्तेमाल करने जा रही है. सरकार द्वारा एक फैमिली की सालाना कमाई का पैमाना 1.80 लाख रुपए निर्धारित किया गया है और प्रदेश में ऐसे परिवारों की संख्या का आंकड़ा 25.85 लाख है तथा इसमें 60 लाख लोग इस योजना के तहत कवर होंगे. अब जल्द ही सिटीजन रिसोर्स इन्फॉर्मेशन डिपार्टमेंट (क्रिड) द्वारा आयुष विभाग को डेटा दिया जाएगा.
ऐसे बनेंगे कार्ड
क्रिड से डेटा मिलने के बाद आयुष विभाग की ओर से उपमंडल स्तर पर कैंप आयोजित कर आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाए जाएंगे. इसके लिए केंद्र सरकार के पैनल में शामिल एक एजेंसी से एमओयू भी हो चुका है, इसलिए लाभार्थियों को अपने उपमंडल पर यह कार्ड बनवाने की सुविधा मिलेगी.
कार्ड से होगा मुफ्त इलाज
आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड बनने पर एक परिवार सालाना 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज करवा सकता है. यदि किसी को ऑपरेशन करवाना है तो इस कार्ड की मदद से उसका नि:शुल्क इलाज होगा. योजना के तहत इलाज पर होने वाले खर्च का 60 प्रतिशत केन्द्र और 40 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा खर्च का प्रावधान है लेकिन अब नए जुड़ने वाले 44.50 लाख लोगों का खर्च राज्य सरकार को वहन करना पड़ेगा.
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