चंडीगढ़ | हरियाणा की सुनारिया जेल में सजा काट रहे राम रहीम की अब अपने परिवार से दूरियां बढ़ती नजर आ रही हैं और बेटी कहे जाने वाली हनीप्रीत धीरे-धीरे फेमस होती जा रही हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राम रहीम ने न तो अपनी पत्नी हरजीत कौर का नाम और न ही अपनी मां नसीब कौर का नाम अपनी फैमिली आईडी में दर्ज कराया है.
क्या है पूरा मामला
यूपी के बागपत आश्रम के दौरान बने इस पीपीपी में राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम दर्ज कराया है, मुख्य शिष्य और धर्म की पुत्री बताया गया है. राम रहीम ने अपने पिता और माता के नाम वाले कॉलम में शिष्य और सिंहासन शाह सतनाम सिंह महाराज दर्ज करवाया है जबकि, हनीप्रीत के पिता और माता के नाम के कॉलम में धर्म संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा के मुख्य शिष्य और बेटी राम रहीम सिंह इंसा दर्ज करवाया है. पिछले कुछ समय से डेरा सच्चा सौदा की बागडोर राम रहीम की बेटी हनीप्रीत के हाथ में देने की चर्चा हर तरफ चल रही है.
गौरतलब है कि यह सारा मामला बाबा की फैमिली आईडी की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उठा, जिसमें बाबा ने जून माह में पीपीपी में हनीप्रीत को अपना मुख्य शिष्य और धर्म की बेटी बताया. बता दें कि 23 सितंबर को जब बाबा की 32वीं गुरु गद्दी दिवस मनाया गया उस दिन बाबा के परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था, केवल हनीप्रीत मौजूद थी. हालांकि, डेरा प्रबंधन हनीप्रीत के एकाधिकार से इनकार करता रहा है. डेरा प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा एक ऐसा ट्रस्ट है जिसे एक प्रबंधन चलाता है जिसके अध्यक्ष डॉ. पीआर नैन हैं जो इस ट्रस्ट को चलाते हैं.
डेरा सच्चा सौदा के मौजूदा हालात
डेरा सच्चा सौदा के मौजूदा हालात की बात करें तो डेरा प्रमुख राम रहीम रोहतक जेल में हैं और राम रहीम की दोनों बेटियां विदेश में बस चुकी हैं. राम रहीम के बेटे के भी विदेश में बसने की खबर है. बाबा राम रहीम की मां और पत्नी इस समय सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में हैं. चर्चाएं ऐसी चल रही हैं कि हनीप्रीत को सिरसा डेरा सच्चा सौदा की बागडोर मिल सकती है, लेकिन सिरसा डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता जितेंद्र खुराना हनीप्रीत को डेरा की कमान मिलने की चर्चाओं को नकार रहे हैं. राम रहीम भी इस गंभीर मुद्दे को लेकर काफी गंभीर नजर आ रहे हैं, तभी तो उन्होंने अब तक रोहतक की सुनारिया जेल से डेरा सच्चा सौदा के नाम 12 पत्र लिखे हैं और हर बार डेरा सच्चा सौदा की गद्दी अपने हाथ में रखने की बात लिखी है.
हनीप्रीत का असली नाम है प्रियंका तनेजा
हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है और वह फतेहाबाद की रहने वाली है. उसकी शादी डेरा अनुयायी विश्वास गुप्ता से हुई थी. लेकिन विवादों के बाद विश्वास ने हनीप्रीत से तलाक ले लिया और डेरा प्रमुख पर कई गंभीर आरोप लगाए. पंचकूला दंगों में हनीप्रीत जेल भी जा चुकी है. बताया जा रहा है कि राम रहीम ने बागपत आश्रम में 30 दिन की पैरोल के दौरान अपना आधार कार्ड अपडेट किया था. जिसमें राम रहीम ने अपने पिता के नाम के आगे शिष्य और सिंहासन शाह सतनाम जी महाराज के नाम से अंकित करवाया है जबकि पहले राम रहीम के आधार कार्ड पर उनके पिता मगगर सिंह का नाम लिखा था.
आधार कार्ड की यह कॉपी डेरा अनुयायियों के एक वर्ग के फेथ वर्सेज वर्डिक्ट पेज पर अपलोड की गई है साथ ही, उनकी ओर से दावा किया गया है कि पहले डेरा मुखी ने अपने आधार कार्ड में शाह सतनाम धाम का पता लिखा था, जिसे अब बदलकर शाह मस्तान, शाह सतनाम धाम कर दिया गया है. आधार कार्ड में अपडेट 22 जून को बागपत आश्रम में किया गया था.
डेरा की गद्दी पर विराजेंगे राम रहीम
सिरसा डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता जितेंद्र खुराना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डेरा सच्चा सौदा एक ट्रस्ट है जिसे डॉ. पीआर नैन चलाते हैं. उन्होंने कहा कि हनीप्रीत को लेकर जो चर्चाएं हो रही हैं, वे सिर्फ अफवाहें हैं. जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि डेरा की गद्दी पर सिर्फ राम रहीम ही विराजेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग डेरा सच्चा सौदा को लेकर इस तरह का भ्रम फैला रहे हैं, वे डेरा के अनुयायी नहीं हो सकते. डेरा की गद्दी राम रहीम के पास है और भविष्य में भी राम रहीम डेरा की गद्दी पर विराजमान होंगे.
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