नई दिल्ली | यमुना नदी को प्रदुषण मुक्त बनाने की दिशा में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. दिल्ली सरकार ने शाहाबाद कालोनी समूह में 80 किलोमीटर लंबे और सिंघू कालोनी समूह में 10 किलोमीटर लंबे सीवर लाइन नेटवर्क की आधारशिला रखते हुए कहा कि यह मौजूदा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और सभी सिवेज के उपचार के लिए एक अहम पहल होगी.
दिल्ली सरकार ने बताया कि हमारा लक्ष्य दिल्ली की सभी कॉलोनियों को सीवेज लाइनों से जोड़ना है जिससे सभी प्रकार के सिवेज़ को सीधे नालियों में गिरने के बजाय एस.टी.पी के माध्यम से उपचारित किया जा सके. यह परियोजना हमें स्वच्छ यमुना के लक्ष्य की ओर ले जाएगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम स्वच्छ यमुना मिशन को सफल बनाने की दिशा में बड़ी गंभीरता से काम कर रहे हैं.
दिल्ली सरकार ने आज स्वच्छ यमुना के लक्ष्य को और मजबूत करते हुए आज एक और बेहद महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को मंजूरी दी. इसके तहत केशोपुर व नजफगढ़ में गिरने वाले 85 MGD सीवर को प्रतिदिन साफ करके नजफगढ़ नाले में डाला जाएगा. इससे यमुना के प्रदुषण में 30 फीसदी तक गिरावट आएगी. यह कदम स्वच्छ यमुना के मिशन को आगे लेकर जाएगा.
यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए आज एक बेहद महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसके तहत केशोपुर व नजफगढ में गिरने वाले 85 MGD सीवर को रोज़ाना साफ़ कर नजफगढ नाले में डाला जाएगा. इससे यमुना के पानी का प्रदूषण 30% तक घटेगा. यह कदम यमुना साफ़ करने में बहुत मददगार साबित होगा.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 10, 2022
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक और महत्वपूर्ण जानकारी दिल्लीवासियों से साझा की है. उन्होंने बताया कि स्वच्छ यमुना के मिशन को सफल बनाने के लिए आज तीन और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को मंजूरी प्रदान की गई है. बादली, निगम बोध व मोरी गेट नालों पर कुल 55 MGD के सीवेज पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. इससे इन नालों का गंदा पानी यमुना नदी में नही जाएगा.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!