नई दिल्ली | दिवाली का त्योहार आते ही लोगों का मीठा खाना शुरू हो जाता है. इस त्योहार पर लोग नए-नए कपड़ों के साथ तरह-तरह के पकवान बनाकर खाते है और खिलाते हैं लेकिन पकवान खाने के चक्कर में अक्सर लोगों का वजन भी बढ़ जाता है. जिसे बाद में कम करना बहुत मुश्किल लगने लग जाता है.
फेस्टिव सीजन के बाद लोगों को अपच, कब्ज, वजन बढ़ना, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल बिगड़ना, हार्ट बर्न, मुंहासे और सूजन जैसी त्वचा की परेशानियों के रूप में सामने आते हैंं. ऐसे में बता दें कि शुरू से ही अगर कुछ तरीकों को अपनाया जाए तो दिवाली में वजन बढ़ने से रोका जा सकता है, तो चलिए जानते हैं कैसे आप दिवाली पर अपना वजन बढ़ने से रोक सकते हैं.
उपाय
- दिवाली के त्योहार पर मिठाई और पकवान ये दोनों ही न केवल खाए जाते हैं बल्कि एक दूसरे को गिफ्त के तौर पर भेजें जाते हैं. ऐसे में इनके सेवन से वजन बढ़ सकता है. इसलिए हो सके तो मिठाई का कम ही सेवन करें.
- दिवाली पर आप कुछ भी बना रहे हैं तो उन चीजों को मक्खन या घी में न बनाकर आप परिष्कृत तेल का इस्तेमाल करें. वहीं, आप डीप फ्राई करने के बजाय स्टीम या बेकिंग का भी सहारा ले सकते हैं.
- मिठा बनाने के लिए नारियल और फैट की अधिक मात्रा वाले खोवा का इस्तेमाल करने से बचें. आप मिठाई और खीर को बनाने के लिए टोंड दूध का इस्तेमाल करें और फुल क्रीम वाले दूध का सेवन करने से बचें.
- कुछ लोग दिवाली पर उपवास करते हैं. ऐसे में मेटाबॉलिज्म सुस्त हो सकता है. अगर आप अपने वजन को नियंत्रित रखना चाहते हैं तो सबसे पहले आपने मेटाबॉलिज्म को हाई रखे. लंबी अवधि के लिए उपवास गंभीर एसिडिटी भी पैदा कर सकता है. साथ ही, इससे मेटाबॉलिज्म डिसॉर्डर की समस्या भी हो सकती है.
- मैदा, चावल का आटा, सूजी (रावा) जैसे परिष्कृत अनाज से बनी मिठाई के स्थान पर घर पर साबुत गेहूं, बाजरा, ज्वार, कुट्टू जैसे साबुत अनाज और रागी (नचनी), वरई/ कोडरी, राजगीरा और क्विनोआ जैसे अन्य पौष्टिक अनाजों से बनी मिठाई लें.
- ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के फायदे पाने के लिए बादाम, अखरोट, अलसी, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, तिल के बीज व अन्य को सीमित मात्रा में शामिल किया जा सकता है.