चंडीगढ़ | हरियाणा में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में BJP के शासनकाल के 8 साल पूरे होने के मौके पर फरीदाबाद में जन उत्थान रैली का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे. इस अवसर पर अमित शाह ने सीएम मनोहर लाल की तारीफों के पुल बांधे और उनके कुशल नेतृत्व की जमकर सराहना की. इस दौरान उन्होंने हरियाणा को 6,629 करोड़ रुपए की चार बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी. इनमें सबसे बड़ी 5,618 करोड़ रुपये की लागत वाली हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर(HORC) परियोजना है.
जन उत्थान रैली में पहुंचे अमित शाह ने केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और सीएम मनोहर लाल की उपस्थिति में इस परियोजना का शिलान्यास किया. इस परियोजना को दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस परियोजना से हरियाणा विकास के नए आयाम स्थापित करेगा. सड़क कनेक्टिविटी के साथ-साथ हरियाणा रेल कनेक्टिविटी के मामले में भी बहुत आगे निकल जाएगा. उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने पर हरियाणा औद्योगिक विकास के मामले में रफ्तार पकड़ेगा और रेल यातायात सुगम हो जाएगा.
यह रहेगा रूट
हरियाणा प्रदेश और रेल मंत्रालय के संयुक्त उपक्रम हरियाणा राज्य औद्योगिक ढांचागत विकास निगम(HRIDC) के सहयोग से तैयार होने जा रही इस परियोजना को केन्द्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है. यह परियोजना पलवल से वाया सोहना, मानेसर, खरखौदा होते हुए सोनीपत, दिल्ली-रेवाड़ी लाइन से पाटली, गढ़ी हरसारू-फरुखनगर लाइन से सुल्तानपुर, दिल्ली-रोहतक लाइन से असौधा और दिल्ली-अंबाला लाइन से हरसाना कलां स्टेशन को जोड़ेगी. यह रेलवे लाइन कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) हाइवे के साथ-साथ बिछेगी.
आमजन को मिलेगी ये सुविधाएं
- दिल्ली की ओर जाने वाले अनावश्यक यातायात के रूट में बदलाव किया जा सकेगा जिससे राजधानी में यात्रियों की भीड़भाड़ कम होगी.
- इनमें दिल्ली को बाईपास करते हुए शताब्दी व सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन भी चलेंगी, गुरुग्राम वासियों को चंडीगढ़ जाने के लिए शताब्दी जैसी ट्रेन में सफर करने से दिल्ली जाने से मिलेगा छुटकारा मिलेगा.
- औद्योगिक विकास को गति प्रदान होगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
- दिल्ली क्षेत्र से माल गोदामों को स्थानांतरित करने के लिए मल्टी मॉडल लाजिस्टिक हब का विकास होगा.
हरियाणा आर्बिटल रेल कॉरिडोर की विशेषताएं
- करीब 126 किलोमीटर लंबे इस रूट पर 5618 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च होगी.
- Part-1 का काम मई 2024 तक जबकि Part-2 दिसंबर 2024 तक पूरा होने की संभावना जताई गई है.
- पंचग्राम योजना के प्रस्तावित शहरों के लिए रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी.
- छह जंक्शन सहित क्रासिंग स्टेशन पृथला, मानेसर, न्यू पातली, बाढ़सा, मांडोठी और न्यू हरसाना कलां.
- पांच क्रासिंग स्टेशन में IMT सोहना, धुलावत.
- रोजाना 20 हजार यात्रियों को सफर करने की सुविधा मिलेगी और प्रति वर्ष 50 मिलियन टन माल की ढुलाई.