पंचकूला | आपको जानकर आश्चर्य होगा कि लोगो के द्वारा दिल खोलकर किये गए दान की कोरोना रिलीफ फंड की राशि को हरियाणा सरकार सही ढंग से उपयोग कर पाने में कंजुसी बरत रही है. राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अधिकारियों के इस रवैये पर प्रश्नचिन्ह उठना लाजिमी है.
हरियाणा सचिव से माँगी गयी RTI जानकारी में इस चौकानें वाली घटना का खुलासा हुआ है.
यह बात सभी के लिए आश्चर्य की बात बनी हुई है कि 261.33 करोड़ रुपयों में से मात्र 98.77 करोड़ ही खर्च कैसे हुए हैं ?
मुख्य सचिव से जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत कोविड-19 रिलीफ फंड से संबंधित कुछ बिंदुओं पर यह जानकारी स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने 29 जुलाई को मांगी थी.
जानकारी में पता चला है कि हरियाणा सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण बचाव के प्रबंधों में मात्र 98.77 करोड़ रुपया खर्च किया जा चुका है, जबकि कोविड रिलीफ फंड में फिलहाल 162.46 करोड़ रुपया जमा है.
आरटीआई का जवाब देते हुए राज्य सूचना अधिकारी एवं वरिष्ठ लेखा अधिकारी हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड सैल वित्त विभाग ने यह भी बताया कि इस फंड के पैसे को जारी करने का अधिकार सिर्फ दो अधिकारियों को ही है .
इन विभागों को जारी किया गया है कोरोना रिलीफ़ फंड का बजट:-
–एचएमएससीएल पंचकूला– 41.00 करोड़
–सीआरआईडी डिपॉर्टमेंट — 35.43 करोड़
–रेलवे अथॉर्टी को गृहमंत्रालय हरियाणा–8.21 करोड़
–कॉनफेड पंचकूला– 6.53 करोड़
–हरियाणा टूरिजम कारपोरेशन —-6.35
–राष्ट्रीय आयुष मिशन पंचकूला– 1.25 करोड़
कुल खर्च ——- 98.77 करोड़
सवाल इस बात का है कि जहाँ एक और सरकार को लोगों के द्वारा कोरोना रिलीफ फंड में 261करोड़ से अधिक राशि दान में प्राप्त हो चुकी है तब भी आम लोगों को ठीक से ईलाज की सुविधा क्यों नहीं मिल पा रही है ? क्यों आम लोग कोरोना के बचाव के लिए प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं ?
सवाल ये उठता है कि जब कोरोना बचाव में लगे विभागों को एक फुटी कोढ़ी भी कोरोना रिलीफ फंड से जारी नहीं की गई है, ऐसी स्थिति में अन्य विभागों को राशि क्यों जारी की जा रही है ?
ये सवाल तो आम आदमी के मन मे उठेगा ही सही, जिसका जवाब हरियाणा सरकार से अपेक्षित है .
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!